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Karnataka: कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। इस कारण सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। जहां भाजपा इस दक्षिण भारतीय राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहती है, वहीं कांग्रेस राज्य में अपनी जमीन मजबूत करने में लगी है। इसी कारण हाल ही में जहां भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने चुनावी राज्य का दौरा किया था वहीं अब कांग्रेस अध्यक्ष कर्नाटक पहुंचे हैं। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने पीएम मोदी और राज्य की सत्ता में काबिज भाजपा (BJP) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यदि एक व्यक्ति को भगवान बना दिया जाए तो वह लोकतंत्र नहीं बचेगा बल्कि वह निरंकुश बन जाएगा।
खरगे कर्नाटक कांग्रेस द्वारा आयोजित एससी/एसटी समुदायों के एक बड़े सम्मेलन 'एक्यता समावेश' को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने समाज के सभी वर्गों, खास तौर से अनुसूचित जाति और जनजाति से संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। कर्नाटक में आगामी चुनावों के दौरान कांग्रेस को वोट देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वह भी यहां की मिट्टी के लाल हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा 'हर बात के लिए लोकतंत्र में अगर आप एक व्यक्ति को भगवान बना देते हैं, तो यह लोकतंत्र नहीं है, यह निरंकुशता है। यह तानाशाही की ओर ले जाएगा। इसके बारे में सोचें।आपको अपने अधिकारों को जानना होगा और आपको इसे पाने के लिए लड़ना चाहिए। खरगे ने आगे कहा, 'अगर आपमें ताकत है, अगर आप एकजुट हैं, तो आपकी कीमत है। अगर आप एकजुट नहीं हैं, तो जो फूट डालो और राज करो का सिद्धांत अंग्रेजों ने इस्तेमाल किया था और अब मोदी इस्तेमाल कर रहे हैं, वह बाकी सभी द्वारा आप पर लागू किया जाएगा।
इस दौरान एआईसीसी प्रमुख ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की "भारत जोड़ो यात्रा" का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं। यह एक राष्ट्रव्यापी मार्च है, क्योंकि यह बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, अन्य मुद्दों पर केंद्रित है।
एससी/एसटी और ओबीसी वोटरों को लामबंद करने की कोशिश करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकारी क्षेत्र की 30 लाख से अधिक रिक्त नौकरियों को ना भरने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन 30 लाख में से 15 लाख नौकरियां एससी-एसटी और ओबीसी वर्गों के लिए आरक्षित हैं, लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा प्रशासन इन रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती नहीं कर रहे हैं, क्योंकि अगर गरीबों को नौकरी मिलेगी और उनके हाथ में पैसा आएगा तो भाजपा का खेल खत्म हो जाएगा। इसलिए वे दैनिक वेतन और अनुबंध के आधार पर लोगों की भर्ती कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार, एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
Source : Hamara Mahanagar
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