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बेंगलुरु, (आईएएनएस)| कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की तर्ज पर राज्य में मध्यम स्तर (मिड-लेवल) के पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग का समर्थन किया है। रविवार को पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक देने के लिए आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुए बोम्मई ने कहा कि निचली रैंक के पुलिस कर्मियों और आईपीएस रैंक के अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) मिलता है, लेकिन मध्य स्तर के कर्मियों की आमतौर पर अनदेखी की जाती है।
उनके लिए प्रशिक्षण अधिक प्रभावी होना चाहिए और इसके लिए उनके लिए एक अलग प्रशिक्षण केंद्र, सिलेबस और अलग-अलग कोर्स की जरूरत है, इससे उन्हें अधिक समर्पण के साथ काम करने में मदद मिलेगी। हाल में प्रौद्योगिकी आधारित अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन इस प्रकार के अपराधों में सबूत छोड़ दिए जाते हैं। पुलिस द्वारा उपयोग की जाने वाली तकनीक को और मजबूत करने की जरूरत है। विशेषज्ञों की मदद से ऐसा करने के लिए अगले बजट में इस उद्देश्य के लिए आवश्यक अनुदान प्रदान किया जाएगा।
बोम्मई ने कहा कि अत्याधुनिक एफएसएल प्रयोगशालाओं की जरूरत है, वह अपराध का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हालांकि हुबली और बल्लारी में दो प्रयोगशालाएं स्थापित हैं। प्रत्येक स्थान पर कम से कम दो एफएसएल लैब स्थापित की जानी चाहिए। साथ ही, अपराध का पता लगाना बिना किसी देरी के होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने पुलिस भर्तियों में अनियमितताओं को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विभाग के शीर्ष अधिकारियों को सोचना चाहिए और जवाब देना चाहिए कि क्या पुलिस भर्ती में अनियमितताओं की जांच संभव है।
--आईएएनएस
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