कर्नाटक: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर भाजपा विरोधी मोर्चा खड़ा करने में जुटी हुई हैं। वहीं एक दिन पहले जनता दल (एस) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने ऐसा बयान दिया था जिससे 2024 के चुनाव में जेडीएस और भाजपा के बीच गठबंधन होने के संकेत मिले थे। वहीं देवगौड़ा के इस बयान के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के प्रमुख राजनीतिक दल नेशनल कान्फ्रेंस पार्टी के मुखिया फारुख अब्दुल्ला बेंगलुरू पहुंचे गए, उन्होंने जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में कर्नाटक पूर्व सीएम और देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी भी मौजूद थे। याद रहे फारुख अब्दुल्ला ने बीते रविवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि यदि जरूरत पड़ी तो हम उन लोगो को दूर रखने के लिए एक गठबंधन बनाएंगे जो धार्मिक राजनीति करते हैं और कुछ मुद्दों पर लोगों को विभािज करते हैं। याद रहे फारुख अब्बदुल्ला की पार्टी भाजपा की कट्टर विपक्षी पाटियों में एक है।
बता दें एक दिन पहले जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा ने सांप्रदायिक पार्टी और गैर सांप्रदायिक पार्टी के सवाल पर विपक्ष को झटका देने वाला जबाब दिया था। देवगौड़ा ने कहा था कि मैं नहीं बता सकता हूं कि कौन सी पार्टी सांप्रदायिक है और कौन सी सांप्रदायिक नहीं है। देवगौड़ ने कहा था कि मैं राष्ट्रीय राजनीति का विश्लेषण कर सकता हूं,लेकिन इसका कोई लाभ नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि देश मे ऐसी कोई पार्टी नहीं है, जो भारतीय जनता पार्टी के साथ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से ना जुड़ी रही हो। 2024 का लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ जेडीएस गठबंधन करेगी इन कयासों का जवाब देते हुए एचडी देवगौड़ा ने कहा था कि उनकी पार्टी ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देते है। हालांकि सूत्रों के अनुसार कर्नाटक में भाजपा और जेडीएस के बीच गठबंधन की कवायद शुरू हो चुकी हे। माना जा रहा है कि देवगौड़ा की पार्टी जनता दल एस के साथ भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन कर सकती है।