कर्नाटक

वेगौड़ा के मार्गदर्शन में किंगमेकर की भूमिका निभाने पर जेडी-एस की निगाहें

Rani Sahu
21 Jan 2023 1:25 PM GMT
वेगौड़ा के मार्गदर्शन में किंगमेकर की भूमिका निभाने पर जेडी-एस की निगाहें
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बेंगलुरू (आईएएनएस)| राष्ट्रीय पार्टियां- भाजपा और कांग्रेस आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जेडी-एस को प्रतिद्वंद्वी के तौर पर खारिज कर रही हैं, ऐसे में 89 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और जेडी-एस सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा ने घोषणा की है कि वह अपनी पार्टी को सत्ता में लाएंगे, चाहे कुछ भी हो।
पूर्व मुख्यमंत्री और देवेगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी ने तो यहां तक दावा कर दिया कि चुनाव के बाद दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को उनके दरवाजे पर आना ही होगा।
जेडी-एस, जो कभी राज्य में एक मजबूत ताकत थी, अब दक्षिण कर्नाटक तक ही सीमित है। वोक्कालिगा वोट बैंक, जिससे वह सत्ता प्राप्त करते हैं, इस बार विभाजित होने की संभावना है, क्योंकि 20 साल बाद वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने का मौका है।
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के लिए मतदाताओं को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वोक्कालिगा शक्ति केंद्र माने जाने वाले मांड्या में हालिया कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र के मतदाताओं को प्रभावित करना था। जेडी-एस ने राज्य के सभी जिलों में लोगों तक पहुंचने के लिए पंचरत्न यात्रा शुरू की है। यात्रा को भीड़ से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव के दौरान इतनी बड़ी भीड़ वोट में तब्दील होगी या नहीं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने देवेगौड़ा के आवास का दौरा किया था, जबकि कुमारस्वामी भी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए हैदराबाद गए थे। अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि जेडी-एस और बीआरएस दोनों विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर एक साथ आ गए हैं।
मांड्या की शाह की यात्रा और दक्षिण कर्नाटक में वोक्कालिगा समुदाय तक इसकी पहुंच पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमारस्वामी ने दोहराया कि मांड्या जेडी-एस का मजबूत किला है और उनकी पार्टी जिले के सभी सात क्षेत्रों में जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा, शाह की यात्रा का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सत्तारूढ़ भाजपा ने बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिसर में बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पे गौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की है। साथ ही, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हाल ही में विधान सौधा (राज्य विधानसभा) के परिसर में केम्पे गौड़ा और समाज सुधारक बसवन्ना की मूर्तियों के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है। हालांकि, कुमारस्वामी ने इन कोशिशों का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि बीजेपी मूर्तियां बनाकर लोगों को प्रभावित नहीं कर सकती।
दिसंबर 2022 में, जेडी-एस ने 93 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की है। कुमारस्वामी ने कहा कि नेताओं को चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। जेडी-एस नेता और प्रवक्ता राजू गौड़ा ने कहा कि कुमारस्वामी की पंचरत्न यात्रा को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और राज्य में एक नया चलन बन रहा है।
सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय दलों की तुलना में समितियों और डिजिटल प्रचार की कमी है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का यह भी कहना है कि पंचरत्न यात्रा वन मैन शो साबित हो रही है। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जेडी-एस में उभरने की क्षमता है और वह अपनी सीमाओं के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में करीब 30 सीटें जीतकर किंग मेकर के रूप में भी उभर सकती है।
--आईएएनएस
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