कर्नाटक

ईदगाह मैदान विवाद को लेकर हिंदू कार्यकर्ता 12 जुलाई को बंद की योजना बना रहे

Deepa Sahu
9 July 2022 1:15 PM GMT
ईदगाह मैदान विवाद को लेकर हिंदू कार्यकर्ता 12 जुलाई को बंद की योजना बना रहे
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हिंदू कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके के ईदगाह मैदान में हिंदू त्योहारों को मनाने की मांग को लेकर बंद की योजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया है।

बेंगलुरु: हिंदू कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके के ईदगाह मैदान में हिंदू त्योहारों को मनाने की मांग को लेकर बंद की योजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। यह निर्णय इसके बावजूद लिया गया है, जब कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान ने आश्वासन दिया है कि मैदान को खेल के मैदान के रूप में संरक्षित किया जाएगा।

नागरिक मंच के संयोजक रुक्मंगदा ने एक संवाददाता सम्मेलन में 12 जुलाई को बंद रखने के पहले के रुख को दोहराया। उन्होंने कहा, लगता है कि विधायक जमीर अहमद खान ने अपना दिमाग खो दिया है। उन्होंने पहले दावा किया था कि अगर बी. एस. येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बनते हैं, तो वह एक चौकीदार में तब्लीद हो जाएंगे। वह कभी अपनी बात पर नहीं टिके। बंद को वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है

उन्होंने कहा, हमारे संगठन से कोई भी उस बैठक में शामिल नहीं हुआ, जहां विधायक जमीर अहमद खान ने कहा कि ईदगाह मैदान को खेल के मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि, जब मीडियाकर्मियों ने उनसे पूछा कि क्या ईदगाह मैदान में हिंदू त्योहारों को मनाने की अनुमति दी जाएगी, तो जमीर अहमद खान ने सवाल का जवाब नहीं दिया और वहां से चले गए।

कम से कम 25 हिंदू संगठनों के साथ-साथ स्थानीय समूहों ने वक्फ बोर्ड के दावों पर कानूनी लड़ाई छेड़ने के लिए हाथ मिलाया है, जिनमें कहा गया है कि ईदगाह मैदान उसकी संपत्ति है और वह केवल राष्ट्रीय त्योहारों के उत्सव की अनुमति देगा।

ईदगाह मैदान को खेल के मैदान के रूप में बनाए रखने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए संगठन चामराजपेट में डोर टू डोर अभियान चला रहे हैं। उन्होंने संपत्ति पर दोहरे रुख के लिए बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) की भी निंदा की। प्रारंभ में, बीबीएमपी ने दावा किया कि ईदगाह मैदान उसकी संपत्ति है, मगर बाद में नागरिक एजेंसी ने इससे इनकार कर दिया। हिंदू संगठनों ने बीबीएमपी की आलोचना की है और सत्तारूढ़ भाजपा सरकार से हस्तक्षेप करने और मामले को सुलझाने का आग्रह किया है।

कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, मुसलमानों को साल में दो मौकों पर नमाज अदा करने की अनुमति दी जानी चाहिए और बाकी दिनों में मैदान को खेल के मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

चामराजपेट नागरिक मंच ने पुष्टि की है कि चामराजपेट में बंद रहेगा और हिंदू कार्यकर्ता, स्थानीय संगठन 12 जुलाई को सिरसी सर्कल से ईदगाह मैदान तक बाइक रैली निकालेंगे। चामराजपेट में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी रहती है और इलाके का प्रतिनिधित्व कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान कर रहे हैं। हिंदू कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि वह केवल एक धर्म के विधायक नहीं हैं। बीबीएमपी चुनाव नजदीक हैं और राज्य चुनावी वर्ष में प्रवेश कर रहा है, ऐसे में इस घटनाक्रम को लेकर अधिकारी चिंतित हैं।

सोर्स - आईएएनएस


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