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बेंगलुरु (आईएएनएस)। भाजपा कर्नाटक के राज्यसभा सदस्य लहर सिंह ने मंगलवार को कहा, ''गांधी परिवार असुरक्षा की भावना से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दे रहा है।'' राज्यसभा सदस्य लहर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वह एक अनुभवी व्यक्ति हैं। हमने कल्पना की थी कि वह एक आदर्श नेता बनेंगे, लेकिन हम निराश हैं।''
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपने लिए राजनीतिक सचिव नियुक्त करने की अनुमति नहीं है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हैं। खड़गे को नई संसद के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई।
लहर सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अधीन काम करने को मजबूर हैं। अब वह गांधी परिवार के निर्देशों के तहत काम करने को मजबूर हैं। जल्द ही उन्हें रॉबर्ट वाड्रा से भी ऑर्डर लेना होगा।
लहर सिंह ने कहा कि गांधी परिवार की असुरक्षा के कारण उनके नेतृत्व को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि खड़गे को अब लड़कों की बात सुननी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को गांधी परिवार की छाया से बाहर आना चाहिए। खड़गे का उद्देश्य गांधी परिवार की रक्षा करना नहीं है। वे खड़गे के अनुभव पर भी विचार नहीं करते। उन्हें एआईसीसी अध्यक्ष के रूप में शक्ति का प्रयोग करने की स्वतंत्रता नहीं दी गई है। यह पद उन्हें केवल नाम के लिए दिया गया था।
उन्होंने कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार थी। लेकिन, इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी गई। राज्यसभा सदस्य लहर सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस ने खड़गे को राज्यसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर बोलने का मौका नहीं दिया। साथ ही उन्हें स्वतंत्रता दिवस के जश्न में भी शामिल नहीं होने दिया गया। ये सब गांधी परिवार का किया धरा है।
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