कर्नाटक

FASTag डिटेल से हुआ एक करोड़ की लूट का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

Deepa Sahu
26 April 2022 6:05 PM GMT
FASTag डिटेल से हुआ एक करोड़ की लूट का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
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कर्नाटक पुलिस ने बीते महीने एक निजी वित्त फर्म के कर्मचारियों से कथित तौर पर 1 करोड़ रुपये की लूट के मामले में एक अंतरराज्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को फास्टैग डिटेल का प्रयोग करते हुए धर दबोचा। इसमें गिरोह के सदस्य ने वारदात में इस्तेमाल की गई कार का नंबर प्लेट तो बदल दिया था, लेकिन वह फास्टैग डिटेल से पकड़ में आ गए।

मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि वह आरोपियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के बहुत करीब थे, लेकिन जिस कार से वह सफर कर रहे थे उन्होंने उसका रजिस्ट्रेशन नंबर ही बदल दिया था। हालांकि, अधिकारियों ने उनके पास से 9.7 लाख रुपये और दो स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) भी जब्त किए है। आरोपियों की पहचान केरल के राजीव पीके, विष्णुलाल, सनल टीसी, अखिल, जसीन फारिस, सनाफ पी, समीर एस, सैनुल्ला हबीदी, शफीक एपी और रामशीद उर्फ ​​मुत्तफ के रूप में हुई है।एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले में जांच के दौरान हमें पता चला गया था कि आरोपियों ने कार कर नंबर बदल दिया है। ऐसे में केरल के एर्नाकुलम तक 250 सीसीटीवी कैमरों की जांच के बावजूद भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई थी। हालांकि, कार का फास्टैग डिटेल मैच कर गया था जो कि एक आरोपी के नाम पर पंजीकृत था। फिर इन्हीं विवरण का इस्तेमाल कर हमने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, बेंगलुरु के बाहरी इलाके मदनायकनहल्ली में एनआईसीई रोड जंक्शन के पास निजी फाइनेंस फर्म के वाहन में 11 मार्च को लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। वाहन में सवार पांच कर्मचारी हुबली में ग्राहकों से पैसे वसूल कर नागरकोइल लौट रहे थे। आरोपियों ने चाकू की नोंक पर उन्हें धमकाया और करीब एक करोड़ रुपये की नकदी लूट ली। फर्म ने पुलिस को सूचना देकर बताया था वाहन पर डंडों से हमला कर नकदी और मोबाइल फोन भी लूट लिए गए थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लक्ष्मी गणेश के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल ने पाया कि गिरोह के सदस्य जिस फाइनेंस फर्म की कार को लेकर भागे थे, उसे उन्होंने बेलूर के पास छोड़ दिया था। इसके बाद वह एक दूसरी गाड़ी से केरल की ओर गए थे। एएसपी लक्ष्मी गणेश ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस उस कार को ट्रैक करने में सफल रही, जिस पर कर्नाटक का पंजीकरण नंबर था।


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