मंगलुरु। कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रवीण सूद के मंगलुरू ऑटोरिक्शा विस्फोट को आतंकवादी कृत्य बताने के बाद मीडिया के एक वर्ग में इस मामले के कोयंबटूर विस्फोट मामले से जुड़े होने की खबरों के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पांच सदस्यीय टीम शहर में घटनास्थल पर पहुंच गई है। एनआईए टीम के विस्फोट स्थल का मुआयना करने के बाद ऑटोरिक्शा के घायल चालक और यात्री से पूछताछ करने की उम्मीद है जो झुलस गए थे। विस्फोट शनिवार की शाम को उस समय हुआ , जब ऑटोरिक्शा में बैठा यात्री प्रेशर कुकर ले जा रहा था।
कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेन्द्र ने भी इसको आतंकवादी कृत्य बताया और कहा कि राज्य पुलिस और एनआईए इस मामले में जांच कर रही है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान मंगलुरु पुलिस को पता चला कि घायल यात्री प्रेम राज कनोगी के पास फर्जी आधार कार्ड था। पुलिस ने कनोगी के पास से एक सिम कार्ड बरामद किया गया है,
जिसे दक्षिण भारत में एक जगह से फर्जी आधार कार्ड जमा करने के बाद इसे खरीदा था। पुलिस सिम कार्ड के आधार पर कुछ लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। ऐसी भी रिपोर्टें हैं कि तमिलनाडु पुलिस भी ऐसी ही एक जांच कोयंबटूर में अक्टूबर में कार में हुए विस्फोट मामले में कर रही है। कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद और उनके तमिलनाडु के समकक्ष शैलेंद्र बाबू ने इस संबंध में चर्चा की है।कोयंबटूर विस्फोट में जमेशा मुबिन नामक व्यक्ति मारा गया था। बाद में तमिलनाडु पुलिस के मृतक के घर की तलाशी लेने पर वहां बम बनाने का सामान मिला था।मंगलुरु विस्फोट मामले में कोयम्बटूर लिंक सामने आया