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बीजेपी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व ने 2023 में प्रस्तावित कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election 2023) से पहले पार्टी को मजबूती देने और सशक्त करने के लिए एक खास रणनीति बनाई है
बीजेपी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व ने 2023 में प्रस्तावित कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election 2023) से पहले पार्टी को मजबूती देने और सशक्त करने के लिए एक खास रणनीति बनाई है. बीजेपी ने 3 टीम बनाकर जमीनी स्तर पर पार्टी की कमियों को समझने और दूर करने की तैयारियां जोरों से शुरू कर दी है. इन तीन टीमों का काम पार्टी में व्याप्त कमियों को दूर करना, रोड मैप और भविष्य का प्लान तैयार करना है. पार्टी की इन तीन टीमों का नेतृत्व बीजेपी महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह, राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष नलिन कातिल करेंगे.
ये तीनों टीमें 10 दिन तक प्रवास करेंगी. इन टीमों का प्रवास 12 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल को खत्म होगा. इस दौरान ये तीनों टीमें चुनावी तैयारियों के लिए ब्लूप्रिंट भी तैयार करके आलाकमान को सौंपेंगी. बीजेपी महासचिव अरुण सिंह (Arun Singh) के नेतृत्व में बनी 8 सदस्यीय टीम में राज्य के प्रमुख नेता गोविंद कलसोरे, आर अशोक और राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि होंगे. जबकि दूसरी टीम जिसका नेतृत्व राज्य बीजेपी अध्यक्ष नलिन कतील (Nalin Katil) कर रहे हैं, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa), आश्वत नारायण और वी सोमन्ना होंगें.
डिवीजन में रात गुजारेंगे नेता
तीसरे टीम का नेतृत्व खुद कर्नाटक के सीएम बोम्मई (Basavaraj Bommai) करेंगे. इस क्रम में सीएम बोम्मई मंगलोर, शिमोगा और कलबुर्गी मंडल का दौरा करेंगे. कर्नाटक के बीजेपी अध्यक्ष नलिन कतील धारवाड़ और बेलारी क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे. एक टीम 3-4 डिवीजन या मंडल का दौरा करेगी. हर टीम हर एक मंडल में 2 दिन और एक रात गुजारेगी. इस दौरान उस इलाके के सभी जिला और ब्लॉक स्तर तक के बीजेपी पदाधिकारी और स्थानीय सांसद तथा विधायक मौजूद रहेंगे. ये सभी लोकल मुद्दों पर चर्चा करेंगे. टीम दौरे के आखिरी दिन उस मंडल के स्थानीय 5 से 6 हजार कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा. बता दें कि कर्नाटक में कुल 10 डिवीजन है.
कांग्रेस ने भी चुनावों के लिए कसी कमर
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भी कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के 149 नए पदाधिकारियों की शनिवार को नियुक्ति की. डीके शिवकुमार द्वारा पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रभार संभालने के दो साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 40 उपाध्यक्ष और 109 महासचिवों की नियुक्ति को मंजूरी दी. पार्टी सूत्रों ने कहा कि इन नियुक्तियों में नए और पुराने नेताओं तथा जातीय और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा गया है. जातीय आधार पर प्रतिनिधित्व में 53 पिछड़ा वर्ग से हैं, 25 अनुसूचित जाति, चार अनुसूचित जनजाति, 22 अल्पसंख्यक वर्ग के हैं. जबकि 19 लिंगायत समुदाय के नेता हैं, पांच रेड्डी लिंगायत, 16 वोक्कलिगा, एक ट्रांसजेंडर तथा चार अन्य की नियुक्ति की गई है. कुल 23 पदाधिकारी महिलाएं भी हैं.
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