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बेंगलुरू, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने बिलकीस बानो मामले के दोषियों को रिहा करने का आदेश देने के लिए मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से इस्तीफा मांगा हैं।
सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, "केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिलकीस बानो मामले के दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया है। इससे भाजपा के नेताओं की क्रूर मानसिकता उजागर होती है। उन्होंने इन अमानवीय गिद्धों को क्षमादान देकर पूरे देश को शर्मसार किया है। इसके लिए अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा देकर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।"
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "पूरे देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खूबसूरत बंधन को देखा है। लेकिन, नरेंद्र मोदी उस मां का दर्द क्यों नहीं देख पाए जिसने अपने नवजात और अजन्मे बच्चे को खो दिया। भाजपा सरकार (BJP government) के क्षमादान के इस अमानवीय निर्णय को भारत माफ नहीं करेगा।"
2002 के गोधरा बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में सभी 11 दोषियों को 16 अगस्त को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जब गुजरात सरकार ने अपनी छूट नीति के तहत उनकी रिहाई की अनुमति दी थी जिसके बाद 16 अगस्त को गोधरा उप-जेल से बाहर आ गए थे। उन्होंने भाजपा की महिला सांसदों, विशेषकर निर्मला सीतारमण और शोभा करंदलाजे से महिलाओं के मुद्दों पर बात नहीं करने के लिए भी सवाल किया।
उल्लेखनीय है कि 21 जनवरी 2008 को मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने बिलकिस बानो के परिवार के सात सदस्यों के सामूहिक बलात्कार और हत्या के आरोप में 11 को सजा सुनाई। बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा। दोषियों ने 15 साल से अधिक जेल की सजा काट ली थी जिसके बाद उनमें से एक ने समय से पहले रिहाई के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।
Source : Uni India
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