कर्नाटक

बेंगलुरु : बैरिकेड के पीछे खड़े कर्नाटक भाजपा नेताओं की तस्वीर वायरल

Rani Sahu
26 Aug 2023 1:47 PM GMT
बेंगलुरु : बैरिकेड के पीछे खड़े कर्नाटक भाजपा नेताओं की तस्वीर वायरल
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बेंगलुरु (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेंगलुरु में इसरो मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी की ओर आम लोगों के साथ बैरिकेड के पीछे खड़े और हाथ हिलाते हुए भाजपा नेताओं की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
कर्नाटक कांग्रेस इकाई ने इसे राज्य बीजेपी नेताओं की गुलामी की पराकाष्ठा और पीएम मोदी की तानाशाही बताया है। कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने कहा कि पीएम मोदी के इसरो दौरे के दौरान भाजपा नेताओं को 'स्ट्रीट डॉग्स' की तरह खड़ा किया गया।
कर्नाटक भाजपा इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील, पूर्व मंत्री और विधायक आर अशोक, के गोपालैया, एन मुनिरत्न और अन्य को एक तस्वीर में पीएम मोदी की ओर हाथ हिलाते हुए देखा गया।
उन्होंने हाथ तब हिलाए जब पीएम मोदी इसरो पहुंचने के लिए वहां से गुजरे। विधायक मुनिरत्न और अन्य भाजपा नेता पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए बैरिकेड पर खड़े थे।
कर्नाटक कांग्रेस ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, मौजूदा विधायकों और पूर्व मंत्रियों को सड़कों पर फेंक दिया गया है। वे तानाशाही के पहले शिकार होंगे, है ना? क्या इसका मतलब यह नहीं है कि जो भाजपा नेता आत्मसम्मान और स्वाभिमान से रहित होकर पीएम मोदी को ओर हाथ हिला रहे हैं, वे गुलामी की पराकाष्ठा पर पहुंच गए हैं?
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और बीजेपी नेताओं के लिए इस तंज को पचाना मुश्किल हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी अभी भी विधानसभा चुनावों की हार से परेशान हैं और राज्य बीजेपी इकाई के किसी भी नेता से मिलना नहीं चाहते हैं। बेंगलुरु के एचएएल एयरपोर्ट पर किसी को भी उनके स्वागत की इजाजत नहीं दी गई।
पूर्व मंत्री आर अशोक ने मीडिया के सामने घोषणा की थी कि पीएम मोदी बेंगलुरु पहुंचने के बाद एक मेगा रोड शो में हिस्सा लेंगे। हालांकि, राज्य नेतृत्व से नाराजगी के कारण पीएम ने रोड शो रद्द कर दिया है।
भाजपा आलाकमान विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त करने की राज्य नेताओं की मांग पर विचार नहीं कर रहा है। विपक्षी नेता नियुक्त करने में असमर्थता को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है।
इसके अलावा, अशोक ने पीएम मोदी का स्वागत नहीं करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार की आलोचना की। उनकी आलोचना करते हुए शिवकुमार ने कहा कि उनके बयान से यह स्पष्ट है कि पीएम कार्यालय और केंद्र सरकार को उनकी बहुत परवाह है।
उन्होंने अशोक को पीएमओ से जानकारी लेने और फिर प्रतिक्रिया देने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि पीएमओ से मिले संदेश के मुताबिक हम रिसीव करने नहीं गए।
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