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नई दिल्ली, (आईएएनएस)| कर्नाटक के उम्मीदवारों की भाजपा की सूची को लेकर इंतजार लंबा होता जा रहा है। उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के अगले दिन सोमवार को भी राजधानी दिल्ली में बैठकों का दौर जारी रहा।
सोमवार को सुबह सबसे पहले कर्नाटक उम्मीदवारों की लिस्ट को लेकर प्रदेश के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर बैठक हुई।
इसके बाद ये तमाम नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बैठक के लिए पहुंचे। शाह के अरुणाचल प्रदेश रवाना होने से पहले उनके आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
इस बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की नाराजगी को लेकर भी खबरें सामने आने लगी। सुबह की दोनों बैठकों में उनके मौजूद नहीं रहने का सवाल जब राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से पूछा गया तो उन्होंने येदियुरप्पा की नाराजगी की खबरों को गलत बताने का पुरजोर प्रयास किया।
सुबह की दोनों बैठकों में येदियुरप्पा के मौजूद नहीं रहने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बोम्मई ने मीडिया से कहा कि ये दोनों बैठकें नहीं थी बल्कि कुछ जानकारी मांगी गई थी जिसे देने के लिए वहां गए थे।
क्या उम्मीदवारों के चयन को लेकर येदियुरप्पा नाराज हैं ? इस सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है वे ( येदियुरप्पा) सब बैठक में रहते हैं, सलाह दे रहे हैं और उनकी सलाह पर ही सब चल रहे हैं।
हालांकि राजनीतिक घटनाक्रम कुछ और ही इशारा कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, लगभग दो दर्जन सीटों को लेकर पेंच अभी तक फंसा हुआ है और येदियुरप्पा पीछे हटने को तैयार नहीं है।
शाह के अरुणाचल रवाना हो जाने के बाद, बैठकों का यह दौर जेपी नड्डा के आवास पर जारी रहा। नड्डा के आवास पर येदियुरप्पा और बसवराज बोम्मई ने अलग-अलग जाकर उम्मीदवारों की लिस्ट पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, येदियुरप्पा ने स्पष्ट तौर पर अपनी बात पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने रख दी है।
इससे पहले दिन में येदियुरप्पा के एक बयान ने वर्तमान विधायकों के बीच खलबली मचा दी थी। मौजूदा सभी विधायकों को रिपीट करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए येदियुरप्पा ने पत्रकारों से यह स्पष्ट तौर पर कहा कि कुछ मौजूदा विधायकों को अपना टिकट गंवाना पड़ेगा।
--आईएएनएस
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