
नई दिल्ली: बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा है कि पार्टियों और गठबंधनों का नाम देश के नाम पर नहीं रखा जाना चाहिए. विपक्षी दलों के गठबंधन भारत का जिक्र करते हुए मांझी ने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दलों और गठबंधनों का देश के नाम से मिलता-जुलता नाम नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने (विपक्षियों ने) मतदाताओं की भावना को प्रभावित करने के लिए ऐसा किया हो. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्राफ अद्भुत है और देश के बाहर भी लोगों को लगता है कि 2024 में एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनेगी. मालूम हो कि बेंगलुरु में हुई 26 विपक्षी पार्टियों की बैठक में विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया (इंटीग्रेटेड अलायंस फॉर द नेशनल डेवलपमेंट ऑफ इंडिया) रखने का ऐलान किया गया. बेंगलुरु बैठक के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐलान किया कि आज की बैठक में 26 पार्टियों ने विपक्ष का नाम इंडिया तय कर लिया है, जिसे पहले यूपीए कहा जाता था. उन्होंने कहा कि इस नाम को सभी ने स्वीकार कर लिया है और इस नाम को अंतिम रूप देते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है. आगामी आम चुनावों में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए का सामूहिक रूप से मुकाबला करने के लिए आवश्यक रणनीतियों को अंतिम रूप देने के लिए 26 विपक्षी दलों के नेताओं ने बेंगलुरु में मुलाकात की।