जमशेदपुर न्यूज़: जिला परिषद (जिप) अध्यक्ष संघ की प्रदेश अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि सभी जिला परिषद अध्यक्ष गुलदस्ता बनकर रह गए हैं. हमें कोई अधिकार नहीं दिया गया है. हम एक चापाकल और कुआं भी किसी को नहीं दे सकते. इसी तरह 12 साल बीत चुके हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा.
अगर पूर्वी सिंहभूम के जनसेवकों का तबादला रद्द नहीं किया गया तो हम कोर्ट जाएंगे. उन्होंने ये बातें उपायुक्त कार्यालय के समक्ष त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि संघर्ष समिति पूर्वी सिंहभूम के नेतृत्व में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कहीं. दुमका जिला परिषद की अध्यक्ष बेसरा ने कहा कि जनता ने हमें बहुत उम्मीद से चुना है. इसलिए हम अपनी एकजुटता से प्रशासनिक मनमानी का मुकाबला करेंगे.
उन्होंने कहा कि अब आगे की लड़ाई रांची में होगी. हम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के समक्ष यह मामला उठाएंगे. उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि 6 महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद अबतक पूर्वी सिंहभूम की जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू को न तो गाड़ी दी गई है, न बॉडीगार्ड. यही नहीं, उन्हें बैठकों में भी नहीं बुलाया जाता है. इसलिए राज्य के सभी जिला परिषद अध्यक्ष उनके साथ हैं और अपना अधिकार लेकर रहेंगे.
न घाटशिला गईं, न ऑफिस पहुंचीं डीसी
यह आंदोलन पूरी तरह डीसी सह डीडीसी विजया जाधव के खिलाफ था. इसलिए जिला परिषद सदस्यों की नजर उन पर भी थी. उनका घाटशिला के जेसी हाईस्कूल में घाटशिला अनुमंडल के सात प्रखंडों के मुखिया के साथ 12 बजे से बैठक तय थी. हालांकि वह वहां नहीं गईं और न कार्यालय ही आईं. इसके कारण तैनात मजिस्ट्रेट को राज्यपाल को संबोधित 15 सूत्री ज्ञापन सौंपा गया.