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मन में उमंग हो तो पहाड़ों को चीर कर भी रास्ता बना देते हैं, कुछ इसी तरह का वाक्या नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले सारंडा में रविवार को देखने को मिला जहां एक ओर आजादी के 75वें वर्ष के अवसर को लेकर मनाए जा रहे अमृत उत्सव पर देशभर में घर-घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है
CHAIBASA : मन में उमंग हो तो पहाड़ों को चीर कर भी रास्ता बना देते हैं, कुछ इसी तरह का वाक्या नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले सारंडा में रविवार को देखने को मिला जहां एक ओर आजादी के 75वें वर्ष के अवसर को लेकर मनाए जा रहे अमृत उत्सव पर देशभर में घर-घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम का विरोध नक्सलियों द्वारा किया गया है बावजूद इसके नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले मनोहरपुर प्रखंड के मकंरडा में खेतों में मूसलाधार बारिश के बीच लोगों में तिरंगा रैली व देशभक्ती का जोश पूरे चरम पर है. सुखाड़ का दंश झेल रहे किसान को लगातार हो रही बारिश से किसानों को थोड़ी उम्मीद जगी है जिस कारण से किसान अपने खेतों में धान के बीचड़े कि रोपाई में लगे हुए है. इस दोरान किसानों ने देश कि आज़ादी के 75 वाँ अमृत महोत्सव को लेकर जहाँ तिरंगा रैली यात्रा निकलकर लोगों को देश भक्ती के प्रती जागरूक किया जा रहा है. मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा के मकरंडा पंचायत में महिला किसानो ने खेत में काम करते हुए तिरंगे कि आन बान शान में तिरंगा लहराया. तिरंगे के महत्व एवं हर घर तिरंगा व घर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने में मकरंडा की आंगनबाड़ी सेविका अर्चना महतो ने तिरंगे के प्रती लोगों को प्रेरित करने एवं जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया है.
सोर्स- News Wing
Rani Sahu
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