ट्रैफिक पुलिस को क्यों नहीं बनाया गवाह, हत्या के दिन स्टीलगेट में तैनात थे छह ट्रैफिक जवान
धनबाद न्यूज़: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या में षड्यंत्र रचने के आरोपी झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह ने कोर्ट से हत्याकांड से जुड़े कुछ दस्तावेज को उपलब्ध कराने की प्रार्थना की. संजीव की ओर से दी गई अर्जी पर एमपी-एमएलए के लिए गठित विशेष अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान आरोपी संजीव सिंह की ओर से उनके अधिवक्ता जावेद ने कहा कि घटना की तारीख, स्थान व समय पर स्टीलगेट पर ट्रैफिक पुलिस के छह जवान तैनात थे, जिन्हें अभियोजन ने गवाह के रूप में इस मामले में पेश नहीं किया. कोर्ट ने इस पर अभियोजन से जवाब दाखिल करने को कहा है.
सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में डीएसपी ने इसकी जानकारी दी कि उस दिन छह ट्रैफिक के जवान स्टीलगेट में तैनात थे. डीएसपी का पत्र लोक दस्तावेज है, जिसे प्रदर्श के रूप में अंकित किया जाए. वहीं दूसरी ओर अधिवक्ता जावेद ने भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 233 के तहत एक और आवेदन देकर डीसी, एसएसपी, एसडीएम के कार्यालय से दिनांक 21 मार्च 2017 को जारी किए गए पोस्टमार्टम संबंधित आदेश की मूल कॉपी मंगाने की भी प्रार्थना की. अधिवक्ता ने दलील देते हुए कहा कि डीसी के आदेश पर रात्रि में चारों मृतक के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया गया था, जिसे अभियोजन के साक्षियों ने अपने बयान में स्वीकार भी किया है परंतु उपरोक्त दस्तावेज को अभियोजन छिपा रहा है. इसलिए उन दस्तावेजों की मूल प्रति को भी अभिलेख पर मांगा जाए.