झारखंड

खेल से जिंदगी संवारने का सपना देखने वाले बोकारो के खिला़ड़ियों को कौन देगा मौका

Renuka Sahu
5 March 2024 7:26 AM GMT
खेल से जिंदगी संवारने का सपना देखने वाले बोकारो के खिला़ड़ियों को कौन देगा मौका
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'खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब' वाली कहावत का दौर बदल चुका है. आज का दौर खेल और खिलाड़ी का भी है, इस क्षेत्र में बेहतरीन करियर है.

बोकारो : 'खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब' वाली कहावत का दौर बदल चुका है. आज का दौर खेल और खिलाड़ी का भी है, इस क्षेत्र में बेहतरीन करियर है. भारत में क्रिकेट का क्रेज़ है. युवा खुद को सचिव, सहवाग, धोनी, रोहित तथा विराट की तरह स्थापित करना चाहते है. इस सपने के हकीकत बनाने की चाह में बोकारो के कई युवा दिन-रात पसीना बहा रहे है. इधर विगत एक-डेढ़ वर्षों में बोकारो डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन काफी चर्चा में रहा. इसलिए भी कि यहां से कई खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुए और इसलिए भी कि कई खिलाड़ियों के भविष्य से खेलने का आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला.

कायदे-कानून से खेल कर खिलाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ का लगा था आरोपरणजी ट्रॉफी, बोकारो खिला़ड़ी, खिला़ड़ी, बोकारो, झारखंड समाचार, जनता से रिश्ता न्यूज़, जनता से रिश्ता, आज की ताजा न्यूज़, हिंन्दी न्यूज़, भारत न्यूज़, खबरों का सिलसिला, आज का ब्रेंकिग न्यूज़, आज की बड़ी खबर, मिड डे अख़बार, Ranji Trophy, Bokaro players, players, Bokaro, Jharkhand news, Janta Se Rishta News, Janta Se Rishta, Today's Latest News, Hindi News, Insdia News, Khabaron Ka Sisila, Today's Breaking News, Today's Big News, Mid Day Newspaper,

अन्य खेल की तरह क्रिकेट में भी खेल और खिलाड़ी के लिए कई कायदा-कानून है, जिसे ताक पर रखने का आरोप बोकारो क्रिकेट एसोसिएशन के कुछ सदस्यों पर लगा. मामला था बोकारो में अन्य प्रदेशों से खिलाड़ियों को लाकर खेलाने का. खेलाने के लिए पैसे लेने-देन का आरोप लगा. मामला थाना होकर अदालत तक पहुंचा. विवाद के बाद झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने बोकारो डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन कमेटी को भंग कर, एक अडॉप्ट कमेटी बनाया गया.
क्या है नियम-कानून और कैसे खिलाड़ियों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़
दिसंबर 2023 को जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की बैठक हुई. तय हुआ कि अब झारखंड की टीम से कोई भी बाहरी खिलाड़ी नहीं खेल सकेगा. यहां तक की गेस्ट प्लेयर की सुविधा भी समाप्त कर दी गई. ये निर्णय मनोज कुमार की अध्यक्षता में जेएससीए सचिव देवाशीष चक्रवर्ती, संयुक्त सचिव पीएन सिंह, कोषाध्यक्ष राजीव बदान की उपस्थिति में हुआ. बाकायदा ये खबर अखबारों की सुर्खियां भी बनी.
वर्तमान में बोकारो डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अडॉप्ट कमेटी द्वारा लीग मैच कराया जा रहा है. जहां से परफॉर्मेंस के आधार पर बोकारो टीम के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा. नियमानुसार बोकारो में रहकर पढ़ने-लिखने वाले बच्चे, परिवार सहित जिनका आधार कार्ड सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज बोकारो का है, उन्हीं का चयन जिला टीम में होगा. जबकि इस लीग मैच में एसोसिएशन से रजिस्टर्ड कुछ एक क्लब में बोकारो के अलावा बिहार, यूपी के खिलाड़ी भी खेल रहे है.
बीडीसीए सदस्य संजय सिंह का कहना है कि लीग मैच में कहीं के भी बच्चे खेल सकते हैं. लेकिन उन बच्चों का जिला या उससे ऊपर की टीम में चयन नहीं होगा. बोकारो में 82 क्लब बोकारो जिला क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से रजिस्टर्ड है. बोकारो के कोई भी खिलाड़ी इन्हीं क्लबों के माध्यम से खेल सकते है.


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