झारखंड

Latehar में भगवान राम व अन्य भाइयों का मनाया गया विवाह उत्सव

Tara Tandi
5 Oct 2024 1:26 PM GMT
Latehar में  भगवान राम व अन्य भाइयों का मनाया गया विवाह उत्सव
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Lateharलातेहार: अंबाकोठी परिसर में आयोजित 51वें श्रीरामचरित मानस नवाह्य परायण पाठ महायज्ञ के तीसरे दिन मानस कथानुसार भगवान श्रीराम व अन्य सभी भाइयों का विवाह उत्सव मनाया गया. इस मौके पर गिरिडीह से आये मानस वाचस्पति अनिल जी भारद्वाज ने आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया, चारो दुल्हा में बड़का कमाल सखिया और सिया डाले राम के गले में जयमाला समेत श्रीराम विवाह उत्सव के कई गीत गाये. श्रद्धालुओं ने इस पर ठुमके लगाये और एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगा कर शुभकामनाएं दी. महिलाओं ने माता सीता को सिंदूर दान किया. मौके पर यजमान के रूप में पवन कुमार महलका सप्तनीक थे. यज्ञाचार्य अनिल मिश्रा ने वैदिक
मंत्रोच्चारण किया
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भारद्वाज ने श्रीराम विवाह उत्सव के कई प्रसंगो को विस्तार से बता कर लोगों को भाव विह्वोर कर दिया. इससे पहले सीता स्वयंवर का पाठ किया गया. मौके पर श्रीरामचरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रमोद प्रसाद सिंह एवं विनोद कुमार महलका ने बताया कि पिछले 50 सालों से यह आयोजन निर्विघ्न होता आ रहा है. सुबह पांच बजे सात बजे तक पूजा अर्चना, आठ बजे से दोपहर दो बजे तक तक ब्राह्मणों व महिला श्रद्धालुओं के द्वारा रामचरित मानस का पाठ किया जाता है. संध्या छह बजे से आरती होती है और रात्रि में विद्वानों का प्रवचन किया जाता है. मौके पर अशोक कुमार महलका, डा विशाल शर्मा, मदन प्रसाद, सुरेश प्रसाद, संतोष अग्रवाल, प्रकाश मोहन अग्रवाल, राजू रंजन प्रसाद, दुर्गा प्रसाद, राजू सिंह, सुनील शौंडिक, अनिल प्रसाद आदि मौजूद थे.
नगर वासियों का मिलता है अपूर्व सहयोग: बैद्यनाथ राम
आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक सह स्थानीय विधायक व शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा कि इस आयोजन में नगर वासियों का अपूर्व सहयोग मिलता है. उन्होने कहा कि लोग तन, मन व धन से इस आयोजन में सहयोग करते हैं, तभी यह आयोजन सफल हो पाता है. उन्होने कहा कि प्रतिदिन पाठ कर रही महिला व ब्राह्मणों को दानदाताओं के द्वारा अल्पाहार की व्यवस्था की जाती है. मंत्री ने कहा कि शारदीय नवरात्र के 10 दिनों तक इस आयोजन से पूरे शहर का वातारण भक्तिमय एवं राममय हो जाता है. यदि यह आयोजन नहीं हो तो शहर में नवरात्र एवं दशहरा का आनंद ही फीका पड़ जायेगा. महायज्ञ समिति के पदधारी पूरे मनोयोग से आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय रहते हैं.
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