जमशेदपुर न्यूज़: जमशेदपुर के एक ट्यूशन ने टीचर छात्रों को अंग्रेजी और इकोनॉमिक्स पढ़ाते-पढ़ाते साइबर ठगों का गिरोह तैयार कर लिया. इसके बाद उसने ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर ठगी शुरू कर दी. फिलहाल वह मध्य क्षेत्र साइबर पुलिस की न्यायिक हिरासत में है. उसका नाम सैफ अहमद है.
जुलाई 2022 में जमशेदपुर के जुगसलाई से उसे गिरफ्तार किया गया था. अभी वह मुंबई की जेल में बंद है, लेकिन उसका गिरोह बाहर से काम कर रहा है. मामले में यूपी के अलीगढ़ से भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साइबर पुलिस सूत्रों के अनुसार, सैफ ने पैसों का इस्तेमाल ऑनलाइन गेम खेलने के लिए किया. वह लड़का होने के बावजूद लड़की बनकर व लड़कियों की आवाज में बात करता था. पुलिस को जांच में पता चला कि सैफ ने बड़ा गिरोह तैयार कर लिया है. वह युवाओं से संपर्क करता है. उन्हें झांसे में लेने के बाद उनके रुपये ऑनलाइन गेम के खाते में स्थानांतरित करा लेता है.
एमपी के इंजीनियर को ठगा सैफ अहमद लोगों को झांसे में लेने के लिए सोशल साइट पर लड़की बनने का ढोंग करता था. उसने सोशल साइट पर खुद को 33 वर्षीय आईसीडब्ल्यूए ड्रॉप आउट लड़की के रूप में पेश किया. एक मामले में उसने पहले एमपी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर से दोस्ती की, उसके बाद शादी का वादा कर ठग लिया. इसके अलावा दो अन्य मामलों में 31.67 लाख की ठगी कर ली. एक शिकार से वह एक साल से चैटिंग कर रहा था. झांसे में आकर वह अपने व अपने पिता के संयुक्त खातों से उसे एक साल में उसने 24.67 लाख का भुगतान किया. जब पिता के खाते से पैसे निकलने लगे तब खुलासा हुआ.