झारखंड
पर्यावरण की रक्षा करनी है तो आदिवासियों को बचाना होगा: हेमंत सोरेन
Shantanu Roy
11 Aug 2022 8:13 AM GMT
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रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को कहा कि जनजातीय समुदाय एक स्वाभिमानी समुदाय है, जिसे कोई झुका नहीं सकता, कोई डरा नहीं सकता और न ही कोई हरा सकता है। उन्होंने कहा, ''पर्यावरण की रक्षा करनी है, तो आदिवासियों को बचाना होगा, जल, जंगल, जीव-जंतु सभी अपने आप बच जाएंगे।'' सोरेन ने रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022 को संबोधित करते हुए कहा, ''जानवर बचाओ, जंगल बचाओ सब बोलते हैं पर आदिवासी बचाओ कोई नहीं बोलता। अगर आदिवासी को बचाएंगे तो जंगल जीव-जंतु सब बच जाएगा।'' उन्होंने कहा, ''आज आदिवासी समाज के समक्ष अपनी पहचान को लेकर संकट खड़ा हो गया है। क्या यह दुर्भाग्य नहीं है कि जिस अलग भाषा संस्कृति-धर्म के कारण हमें आदिवासी माना गया उसी विविधता को आज के नीति निर्माता मानने के लिए तैयार नहीं हैं?''
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया ये बड़ा बयान
कांग्रेस नेता बघेल का यह बयान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा का साथ छोड़ने और बिहार में नयी सरकार बनाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले 'महागठबंधन' के साथ हाथ मिलाने के एक दिन बाद आया है। बघेल ने यहां कहा, ''मैंने सुना है कि झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश की गई। क्रिकेट की शब्दावली में उन्होंने बाउंसर फेंका लेकिन झारखंड ने 'हुक' शॉट खेला और उन्होंने बिहार में अपनी सरकार गंवा दी।''
हाल के दिनों में आरोप लगे थे कि भाजपा झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, ''पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) झारखंड और छत्तीसगढ़ का दौरा करते थे, वे अब बिहार भी जाएंगे।'' यहां दो दिवसीय झारखंड आदिवासी महोत्सव के समापन कार्यक्रम में एक सभा को संबोधित करते हुए बघेल ने आरोप लगाया कि केंद्र आदिवासी और ग्रामीणों के अधिकार छीनने की कोशिश कर रहा है।
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