LGBTQ ने सामुदायिक सम्मान के साथ जीने के अपने अधिकार के लिए रविवार को राजधानी रायपुर में प्राइड मार्च निकाला. मार्च में देश भर के (किन्नर, लेस्बियन, गे) थर्ड जेंडर के लोग शामिल हुए। LGBTQ की मांग है कि उन्हें समान विवाह के अधिकार दिए जाएं, इसके अलावा बच्चा गोद लेने, समान नागरिक अधिकार के साथ आरक्षण प्रदान किया जाए. समुदाय की कलेक्ट्रेट से निकली रैली तेलीबांधा तालाब के पास जाकर समाप्त हुई. समापन के दौरान समुदाय के लोगों ने अपना हुनर दिखाया। छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर में 10 सितम्बर 2023 को क्वीर प्राइड मंथ मार्च का आयोजन किया गया जिसमें अलग-अलग जगह के लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। रंगमंज पर अपने गाने, नाटक और कविता के ज़रिये समाज में अपने अस्तित्व और हक़ की बात रखी।
रायपुर में पहली बार क्वीर प्राइड मार्च सितम्बर 2019 में हुई थी, तबसे यहाँ पर सितंबर महीने के पहले रविवार को यहाँ पर क्वीर प्राइड मंथ मार्च का आयोजन किया जाता है। आधिकारिक रूप से, पहली बार क्वीर प्राइड परेड 1970 में न्यूयॉर्क सिटी में आयोजित की गई थी। इस प्राइड परेड की स्थापना लिबरेशन इनशोवेशन कॉलेक्टिव नामक संगठन ने की थी, जिसे आधिकारिक रूप से GAA कहा जाता है। इस प्रथम प्राइड परेड में लगभग 2000 लोगों ने भाग लिया था। प्राइड मंथ को जून के महीने में मनाया जाता है लेकिन कई ये भी कहते हैं कि प्राइड मंथ को कभी भी माना सकते है। यह आयोजन आजकल पूरी दुनिया में मनाया जाता है और यौनिकता और लैंगिक समानता का प्रतीक माना जाता है। यह LGBTIQA+ के बारे में बात करता है।