x
जामताड़ा : साइबर अपराधियों के विरुद्ध स्थानीय स्तर से लेकर विभिन्न राज्यों के पुलिस द्वारा लगातार मुहिम चलाई जा रही है। उसके बावजूद भी साइबर अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है, और लगातार साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे भी चढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में जामताड़ा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने रविवार को नारायणपुर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर एवं मदनाडीह गांव में छापेमारी की। इस दौरान 3 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मदनाडीह गांव के अलीमुद्दीन अंसारी तथा रघुनाथ रक्षित शामिल है। वहीं, धर्मपुर से कमालुद्दीन अंसारी को पुलिस ने गरिफ्तार किया। वहीं, पुलिस तीनों साइबर अपराधियों के विरुद्ध साइबर थाना में कांड संख्या 21/23 दर्ज किया। इसके बाद मेडिकल जांच करा कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 50,000 रुपये नगद, 1 बाइक, 1 लैपटॉप, 1 ई पोस मशीन, 2 चेक बुक, 4 पासबुक, 13 एटीएम कार्ड, 17 फर्जी सिम कार्ड और 8 मोबाइल बरामद किया गया है।
तीनों पहले भी ठगी के मामले में जा चुके जेल
बता दे कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों में अलीमुद्दीन अंसारी बैंक ऑफ बड़ौदा का सीएसपी संचालक है। वह अपने सीएसपी के माध्यम से 2% कमीशन पर साइबर अपराध के जरिए ठगे गए रुपए की निकासी करवाता था। वहीं, रघुनाथ लोगों को झांसे में लेकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम देता था। जबकि, कमालुद्दीन साइबर ठगी के पैसे को अपने खाते में मंगवाता था और 20% कमीशन काटकर रघुनाथ रक्षित को पहुंचाता था। इन अपराधियों का पुराना अपराधिक इतिहास भी रहा है। अलीमुद्दीन को इससे पूर्व वर्ष 2021 में 153000 की ठगी के मामले में शिमला पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि, रघुनाथ रक्षित वर्ष 2017 में जामताड़ा के साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका है। रघुनाथ के विरुद्ध नारायणपुर थाना में कांड संख्या 253/17 एवं 255/17 में चार्जशीट दायर किया गया है। जबकि, कमालुद्दीन के विरुद्ध वर्ष 2018 में जामताड़ा साइबर थाना में कांड संख्या 39/18 दर्ज है।
Next Story