झारखंड

इस साल की परीक्षा की यह है खासियत, 28 अगस्त को IIT ADMISSION के लिए जेईई एडवांस्ड

Gulabi Jagat
16 Aug 2022 5:58 AM GMT
इस साल की परीक्षा की यह है खासियत, 28 अगस्त को IIT ADMISSION के लिए जेईई एडवांस्ड
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रांचीः 12वीं कक्षा के बाद होने वाली देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक जेईई एडवांस्ड 28 अगस्त को होगी. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. परीक्षा दो पालियों में होगी. इस बार की परीक्षा की खास बात यह है कि जिन छात्रों ने वर्ष 2021 में सफलतापूर्वक आवेदन किया था लेकिन परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए. वे भी जेईई एडवांस 2022 परीक्षा के पात्र हैं.
नकल रोकने के लिए परीक्षा में जैमरः दरअसल, लाखों मेधावी छात्र हर साल आईआईटी जैसे प्रीमियम इंस्टिट्यूट में दाखिला लेने का सपना देखते हैं और जेईई एडवांस्ड देश भर के 23 विभिन्न आईआईटी संस्थानों में दाखिले का बिग टिकट है. जेईई एडवांस्ड की इस महत्वपूर्ण परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक कदाचार को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों में बकायदा 'जैमर' लगाए जाएंगे.
छूट की शर्तः आईआईटी मुंबई के मुताबिक यह छूट केवल उन्हीं छात्रों के लिए है जो जेईई एडवांस 2021 के पहले और दूसरे दोनों ही टेस्ट में अनुपस्थित रहे थे. जेईई एडवांस का एक टेस्ट देकर दूसरे टेस्ट में अनुपस्थित रहने वाले छात्रों को यह मौका नहीं दिया जाएगा. आईआईटी बॉम्बे ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए जेईई एडवांस्ड में केवल एक बार के लिए यह छूट है.
सीबीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स का अच्छा प्रदर्शनः इस वर्ष जेईई मेंस की परीक्षा में सबसे बेहतर प्रदर्शन सीबीएसई बोर्ड के छात्र-छात्राओं का रहा. जेईई एडवांस की परीक्षा 28 अगस्त को होनी है, लेकिन इससे पहले जेईई मेंस के 2 सत्र आयोजित किए जा चुके हैं. जेईई मेंस के नतीजे बताते हैं कि इन परीक्षाओं में सीबीएसई के छात्र सबसे आगे रहे हैं. जेईई मेंस की परीक्षाओं में अभी तक जिन शिक्षा बोर्ड के छात्रों ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है उनमें सीबीएसई, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक, जेईई परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा मोबाईल नेटवर्क का उपयोग कर मोबाइल या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किए जाने वाले नकल जैसे कदाचार को रोकने के लिए सभी केंद्रों पर जैमर लगाने की व्यवस्था है. इससे पहले जेईई मेंस की सभी 14 पालियों की परीक्षा में प्रति पाली में भी कुल लगभग 29000 जैमर लगाए गए थे.
प्रसिद्ध शिक्षाविद सीएस कांडपाल के मुताबिक, जेईई मेंस के फाइनल रिजल्ट के आधार पर जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की सूची तैयार की जाती है. जेईई मेंस में बेहतर प्रदर्शन करने वाले दो लाख 50 हजार छात्रों को जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलता है. हालांकि इस बार 2021 के रह गए छात्रों को इसमें अतिरिक्त रूप से जोड़ा गया है.
ये भी हैं पात्रः जेईई एडवांस परीक्षा देने की अधिकतम संख्या लगातार दो वर्षों में दो बार है. परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्रों को पहली बार 2021 या 2022 में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए. विशेष परिस्थितियों में 15 अक्टूबर 2020 के बाद जिन छात्रों का शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के लिए परिणाम घोषित किया गया है. उन्हें भी जेईई एडवांस 2022 के लिए पात्र माना जा रहा है.
दो पाली में परीक्षाः जेईई एडवांस की परीक्षा 28 अगस्त को होनी है. पहली शिफ्ट में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दूसरी में 2 बजकर 30 मिनट से शाम 5 बजकर 30 मिनट तक परीक्षा होगी. टेस्ट का समय 3 घंटे है.
परीक्षाओं की व्यवस्था के लिए बोर्डः बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय जेईई मेंस और जेईई एडवांस के लिए एक 19 सदस्यीय बोर्ड भी गठित कर चुका है. मंत्रालय के मुताबिक आईआईटी व इंजीनियरिंग के अन्य संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाले एग्जाम 'जेईई' के आयोजन के लिए यह बोर्ड गठित किया गया है. बोर्ड के चेयरमैन आईआईटी मद्रास के पूर्व निदेशक प्रोफेसर भास्कर रामामूर्ति हैं. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक जेईई मेंस व जेईई एडवांस की प्रक्रिया और बेहतर एवं पारदर्शी बनाने के लिए जेईई बोर्ड का गठन किया गया है. जेईई के इस शीर्ष बोर्ड में कुल 19 सदस्य होंगे.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के डायरेक्टर जनरल (डीजी) को शिक्षा मंत्रालय ने इस बोर्ड का सदस्य सचिव बनाया है. हर बार की तरह इस बार भी जेईई के इस बोर्ड में विभिन्न आईआईटी संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है. शीर्ष बोर्ड में आईआईटी बॉम्बे इन परीक्षाओं का ऑर्गनाइजर है. इसके अलावा इसमें आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी खड़गपुर के निदेशक इस बोर्ड में शामिल हैं. सीबीएसई के चेयरमैन को भी बोर्ड में स्थान दिया गया है.
शिक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी को भी बोर्ड में जगह मिली है. बोर्ड में एनआईटी व ट्रिपल आईटी के निदेशक और गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक और बिहार के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा रहा है. 19 सदस्यीय यह शीर्ष बोर्ड अगले दो वर्ष 2022 और 2023 के दौरान ली जाने वाली जेईई परीक्षाओं की व्यवस्था करेगा.
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