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राज्य में फिर से लोड शेडिंग शुरू हो गयी है. इस बार राज्य में चार सौ से छह सौ मेगावाट तक कम बिजली मिल रही है
Ranchi : राज्य में फिर से लोड शेडिंग शुरू हो गयी है. इस बार राज्य में चार सौ से छह सौ मेगावाट तक कम बिजली मिल रही है. इसकी प्रमुख वजह नेशनल ग्रिड से आपूर्ति बाधित होना है. जिसके कारण राज्य में लोड शेडिंग हो रही है. इसका असर राजधानी समेत सुदूर इलाकों में अधिक पड़ रहा है. विशेष कर गोड्डा, पाकुड़, दुमका जैसे इलाकों में जहां दिन दिन भर की लोड शेडिंग की जा रही है. अधिकारियों की मानें तो नेशनल ग्रिड से बिजली आपूर्ति किसी राज्य के अधिक बिजली लेने के कारण हो रही है. ऐसे में नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर इसकी जांच कर रहा है. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार से ही ये समस्या हो रही है. हालांकि समस्या को देखते हुए नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर ने राज्यों को तय कोटे से अधिक बिजली नहीं लेने का निर्देश दिया. स्थिति नियंत्रित करने के लिए तत्काल लोड शेडिंग की जा रही है.
चार सौ से छह सौ मेगावाट की हो रही कमी
आंकड़ों की मानें तो नेशनल ग्रिड या पूल से राज्य को सात सौ मेगावाट बिजली मिलती है. लेकिन अभी दो सौ से चार सौ मेगावाट तक ही बिजली मिल पा रही है. जिससे लोड शेडिंग की जा रही है. राज्य में कुल बिजली की मांग लगभग 2000 मेगावाट तक है. राज्य के अपने स्रोतों से बिजली उत्पादन के साथ ही नेशनल ग्रिड से बिजली की आपूर्ति की जाती है. अधिकारियों की मानें तो नेशनल ग्रिड की फ्रिक्वेंसी 50 हर्ट्स होनी चाहिए. देश में बिजली का ट्रांसमिशन 50 हर्ट्ज की फ्रीक्वेंसी पर होता है. यह बिजली की उपलब्धता और उसके उपयोग का संतुलन है. यदि यह घट जाये या अधिक बढ़ जाये तो ग्रिड के ठप होने का खतरा हो जाता है. फ्रिक्वेंसी को 50 हर्ट्ज पर बनाये रखने के लिए नेशनल ग्रिड से जुड़े राज्यों का कोटा तय है. यदि कोई राज्य तय सीमा से अधिक बिजली ग्रिड से खींचता है तो इससे असंतुलन उत्पन्न होने लगता है. नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर पर इसकी निगरानी की जिम्मेदारी है.
Rani Sahu
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