जमशेदपुर न्यूज़: मेरिन ड्राइव के दोमुहानी में कचरा डंपिंग में आग लगने से पूरा इलाका प्रदूषित हो जाता है और उससे लोगों को परेशानी होती है. इस समस्या के समाधान के लिए जेएनएसी में मानगो नगर निगम, जमशेदपुर अक्षेस, जुगसलाई नगर परिषद और जुस्को के अधिकारियों की बैठक हुई. इसमें कचरा डंपिंग के समाधान पर चर्चा की गई.
जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि अब खैरबनी में कचरा डंप किया जाएगा. इसके अलावा दोमुहानी में डंप कचरे को आग से बचाने के लिए डंपिंग एरिया की घेराबंदी होगी. चहारदीवारी निर्माण के साथ फेंसिंग भी करेंगे, ताकि कोई कचरा में आग नहीं लगा सके.
पूरे एरिया को पार्क के रूप में विकसित करेंगे और वहां बैठने की व्यवस्था करेंगे. कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया को और तेज करेंगे, ताकि इसका निष्पादन हो सके. जुस्को के अधिकारियों ने बताया कि कचरे का पार्क में कैसे उपयोग किया जा सकता है, इस पर वे विशेषज्ञ से बात करेंगे. बैठक के बाद अधिकारियों ने डंपिंग एरिया का भी निरीक्षण किया.
उल्लेखनीय है कि दोमुहानी में कचरा डंपिंग का मामला एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) में भी पहुंच गया है. सोनारी निवासी केएस उपाध्याय ने इसमें मुकदमा दायर किया है.
कचरा डंप कर जलाने से 10 हजार की आबादी प्रभावित
दोमुहानी के पास कचरा डंपिंग और जलाने से करीब 10 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है. इसके खिलाफ स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन भी किया था. स्थानीय निवासी मुकुल मिश्रा ने बताया कि जहरीले धुएं से लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है. आसपास के आस्था हाइटेक सिटी, स्वर्ण विहार, विजया शताब्दी, वृंदावन गार्डन, प्रांतिक अपार्टमेंट, अजंता अपार्टमेंट, सेवंथ हेवन प्रांतिका, आर्केड रेसिडेंसी, जाहिरा बस्ती, निर्मल बस्ती के लोग दो साल से इस समस्या से परेशान हैं.