झारखंड

आनंदपुर के सप्ताहिक बाजार का जर्जर शेड, बारिश के दिनों में त्रिपाल बांधकर दुकान लगाने को मजबूर हैं व्यापारी

Renuka Sahu
14 Sep 2022 6:07 AM GMT
The dilapidated shed of the weekly market of Anandapur, traders are forced to set up shop by tying a tripal during the rainy season
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न्यूज़ क्रेडिट : lagatar.in

आनंदपुर प्रखंड के मुख्य बाजार स्थित विकसित मंगलवार साप्ताहिक हाट का शेड पूरी तरह से जर्जर हो गया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आनंदपुर प्रखंड के मुख्य बाजार स्थित विकसित मंगलवार साप्ताहिक हाट का शेड पूरी तरह से जर्जर हो गया है. शेड का पिलर कभी भी टूट कर गिरने की कगार पर है. वहीं छत पर लगा अल्बेस्टर भी सड़ गया है. यहां बारिश के दिनों में जर्जर शेड के ऊपर ही त्रिपाल बांधकर दुकान लगाया जाता है. ऐसी जर्जर अवस्था में ही व्यापारी मजबूरन जान जोखिम में डालकर दूकान लगाने को मजबूर हैं. स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक बाजार के अंदर बने शेड को 30 साल हो गए हैं. लेकिन रख-रखाव व मरम्मत का काम आज तक नहीं किया गया है.

साप्ताहिक हाट में आते हैं लगभग 8 से 10 हजार लोग
विदित हो कि साप्ताहिक हाट में लगभग 8 से 10 हजार लोग आते हैं और तरह-तरह की दुकानें लगाते हैं. उसमें से भी कई लोग खरीदारी करने में रहते हैं. उसके बाद भी आज तक जर्जर शेड की किसी प्रकार की रेपयरिंग नहीं की गई है. साप्ताहिक हाट को दुरुस्त करने के लिए न तो जिला प्रशासन और न ही प्रखंड के कोई अधिकारी सुध ले रहे हैं. ऐसे में भगवान भरोसे जर्जर शेड में लोग दुकान लगा रहे हैं. अगर जर्जर शेड को दुरुस्त नहीं किया गया तो कभी भी एक बड़ी घटना हो सकती है.
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