जमीन का रोना रो रहा निगम, नॉन वेंडिंग जोन में लग रही हैं दुकानें
राँची न्यूज़: रांची नगर निगम प्रावधान होने के बावजूद वार्ड स्तर पर फुटपाथ विक्रेताओं को व्यवस्थित करने में नाकाम रहा है. इस कारण फुटपाथ दुकानदार उजाड़े जाने और फिर से व्यवस्थित होने की प्रत्याशा की चक्की में पिस रहे हैं. जबकि वेंडिंग जोन बनाने के मसले में जमीन को लेकर नगर निगम का अपना रोना है.
उसका कहना है कि पिछले साल दिसम्बर में वेंडिंग जोन के लिए सर्वे के बाद जारी सूची में 37 स्थान चिन्हित किए गए थे. चुटिया, नामकुम, कांके रोड, लालपुर, धुर्वा, मोरहाबादी, अरगोड़ा, बरियातू, कोकर, रातू रोड, मेन रोड, कोतवाली, जगन्नाथपुर और हटिया में स्थल चिन्हित तो किए गए, लेकिन इनमें से कई जमीन भारत सरकार, रिम्स, परिवहन विभाग, हाउसिंग बोर्ड व दूसरे विभाग की है. कुछ जगहों पर जमीन निगम की भी है. ऐसे में अन्य जमीन के अधिग्रहण प्रस्ताव के संबंध में रांची के उपायुक्त से पत्राचार कर वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया गया है, लेकिन अबतक इसका समाधान नहीं निकल सका है.
सुझाव निगम शेड लगा दुकानदारों को शिफ्ट करे
निगम की ओर से शहर में अभी तक मात्र तीन वेंडिंग जोन- नागा बाबा सब्जी मार्केट, अटल वेंडर्स मार्केट और डिस्टलरी पुल वेंडर मार्केट ही बनाए गए हैं. जबकि शहर के 71 स्थानों पर हर दिन फुटपाथ पर दुकानें सज रही हैं. इनमें से 16 स्थान पर सौ से अधिक और 11 स्थान पर दो सौ से अधिक वेंडर दुकान लगाते हैं. फुटपाथ एसोसिएशन का कहना है कि निगम चाहता तो चयनित स्थल पर टीन शेड में ही दुकानों को शिफ्ट कर सकता था, पर यह भी संभव नहीं हुआ है.
आरोप सिर्फ कागजों में ही योजनाएं और प्रयास
हर वार्ड में वेंडिंग जोन बनाने का प्रावधान है. रांची में 53 वार्ड हैं. इनमें से कई वार्ड में निगम की अपनी जमीन है. ऐसी जमीन पर वार्डवार फुटपाथ विक्रेताओं को एक स्थान पर व्यवस्थित करने के लिए जो प्रयास किए गए हैं, वह सिर्फ कागज तक ही सिमटे हैं. फुटपाथ एसोसिएशन, हॉकर यूनियन का कहना है कि इच्छाशक्ति के अभाव में वार्डवार वेंडिंग जोन बनाने की योजना धरातल पर नहीं उतरी है.