राँची न्यूज़: भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में जनजातीय वास्तुकला से निर्मित घरों के दस्तावेजीकरण के लिए बीआईटी मेसरा की टीम पहुंची. इस क्रम में गांव में हाउस होल्ड सर्वेक्षण के साथ जनजातीय वास्तुकला से निर्मित घरों का दस्तावेजीकरण किया गया. टीम ने लोगों से गांव के विकास की परिकल्पना को समझाया. उन्होंने बिरसा मुंडा के पौत्र सुखराम मुंडा व पंचायत के अन्य लोगों की बातें सुनीं.
टीम की डॉ स्मृति मिश्रा ने बताया कि दस्तावेजीकरण का उद्देश्य जनजातीय वास्तुकला की मौलिक संरचना को संरक्षित करना है. टीम ने पाया कि बिरसा के घर को संरक्षित करने में संगमरमर का उपयोग कर दिया गया है, जिससे मूल संरचना बची ही नहीं है. टीम इन सभी बिंदुओं पर अपने सुझाव राज्य सरकार और केंद्र सरकार से साझा करेगी.
टीम में डॉ स्मृति मिश्रा के अलावा डॉ बिमलचंद्र राय, डॉ राजन चंद्र सिन्हा, प्रो अपूर्व आशीष, प्रो पवन कुमार तिवारी, प्रो शमा परवीन, प्रो अंजलि पाठक व विभाग के विद्यार्थी शामिल हैं.