सीटों के बंटवारा को लेकर जमशेदपुर संसदीय सीट पर सस्पेंस बरकरार
जमशेदपुर : इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं होने से कार्यकर्ताओं का मनोबल डाउन हो रहा है. कार्यकर्ता दुविधा में फंसे हैं कि जमशेदपुर सीट कांग्रेस को मिलेगी या झामुमो की झोली में जाएगी. कहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के उम्मीदवार बनने की चर्चा है तो कहीं आस्तिक महतो के प्रत्याशी होने का मंथन चल रहा है. कौन दमदार उम्मीदवार साबित होगा. इसे लेकर हर तरफ चर्चा का बाजार गर्म है. लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो शीर्ष नेतृत्व सीटों के बंटवारे में जितनी देर करेगा उसे उतना ही खमियाजा भुगतना पड़ेगा. क्योंकि, तब तक कार्यकर्ताओं के दिलो-दिमाग पर उनका एक उम्मीदवार हावी हो रहा है. अगर वह उम्मीदवार मैदान में नहीं आया तो चुनाव में उनकी सरगर्मी भी प्रभावित हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व सांसद डॉक्टर अजय कुमार, विजय खां समेत कई कांग्रेसी नेता जमशेदपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में डलवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं. तो, दूसरी तरफ आस्तिक महतो, सुमन महतो आदि अपने शीर्ष नेतृत्व को यह समझाने की कवायद में जुटे हैं कि झामुमो ही जमशेदपुर लोकसभा सीट पर जीत की इबारत लिख सकता है. वैसे, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जमशेदपुर में कार्यकर्ताओं को इशारा कर गए हैं कि जमशेदपुर और सिंहभूम सीट पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी. लेकिन अधिकारिक ऐलान नहीं होने से सस्पेंस बरकरार है.