झारखंड

सीटों के बंटवारा को लेकर जमशेदपुर संसदीय सीट पर सस्पेंस बरकरार

Renuka Sahu
20 March 2024 5:40 AM GMT
सीटों के बंटवारा को लेकर जमशेदपुर संसदीय सीट पर सस्पेंस बरकरार
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इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं होने से कार्यकर्ताओं का मनोबल डाउन हो रहा है.

जमशेदपुर : इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं होने से कार्यकर्ताओं का मनोबल डाउन हो रहा है. कार्यकर्ता दुविधा में फंसे हैं कि जमशेदपुर सीट कांग्रेस को मिलेगी या झामुमो की झोली में जाएगी. कहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के उम्मीदवार बनने की चर्चा है तो कहीं आस्तिक महतो के प्रत्याशी होने का मंथन चल रहा है. कौन दमदार उम्मीदवार साबित होगा. इसे लेकर हर तरफ चर्चा का बाजार गर्म है. लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो शीर्ष नेतृत्व सीटों के बंटवारे में जितनी देर करेगा उसे उतना ही खमियाजा भुगतना पड़ेगा. क्योंकि, तब तक कार्यकर्ताओं के दिलो-दिमाग पर उनका एक उम्मीदवार हावी हो रहा है. अगर वह उम्मीदवार मैदान में नहीं आया तो चुनाव में उनकी सरगर्मी भी प्रभावित हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व सांसद डॉक्टर अजय कुमार, विजय खां समेत कई कांग्रेसी नेता जमशेदपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में डलवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं. तो, दूसरी तरफ आस्तिक महतो, सुमन महतो आदि अपने शीर्ष नेतृत्व को यह समझाने की कवायद में जुटे हैं कि झामुमो ही जमशेदपुर लोकसभा सीट पर जीत की इबारत लिख सकता है. वैसे, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जमशेदपुर में कार्यकर्ताओं को इशारा कर गए हैं कि जमशेदपुर और सिंहभूम सीट पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी. लेकिन अधिकारिक ऐलान नहीं होने से सस्पेंस बरकरार है.

दोनों पार्टी के कार्यकर्ता लगाए हुए हैं जोर
जमशेदपुर लोकसभा सीट झामुमो के खाते में आए या फिर इसे कांग्रेस हासिल करे. इसे लेकर कार्यकर्ता भी जोर लगाए हुए हैं. पार्टी की जिला इकाई भी इस लोकसभा सीट पर दावेदारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. झामुमो और कांग्रेस की बैठकें लगातार जारी हैं. दोनों दलों की जिला इकाई बराबर प्रस्ताव बनाकर प्रदेश इकाई को भेज रही है कि जमशेदपुर लोकसभा सीट अगर उनकी पार्टी के खाते में रहेगी तभी जीत संभव है. माना जा रहा है कि यह सियासी स्थिति इंडिया गठबंधन के लिए खतरनाक हो सकती है. क्योंकि ऐसे में उस दल के कार्यकर्ता उम्मीदवार का ऐलान होने पर निष्क्रिय हो सकते हैं, जिसके खाते में ये सीट नहीं आए. जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है और सीटों का बंटवारा लेट हो रहा है, वैसे-वैसे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर हो रहा है.
बंटवारे में कुछ सीटों पर है पेच
सूत्रों का कहना है कि झामुमो और कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन की अन्य पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है. बस आधिकारिक घोषणा का इंतजार है. सूत्र बताते हैं कि आखिर आधिकारिक घोषणा इसलिए लेट हो रही है. क्योंकि, कुछ सीटों पर अभी भी पेच फंसा हुआ है. कांग्रेस और झामुमो इस बात को लेकर पशो पेश में है कि इन सीटों पर किस पार्टी का उम्मीदवार उतारा जाए. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस बात को लेकर मंथन कर रहा है की सीट उसी पार्टी के खाते में डाली जाए, जिसका प्रत्याशी दमदार हो.


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