झारखंड

निलंबित थानेदार ने थाने में लगाई फांसी, परिजनों ने की CBI जांच की मांग

Deepa Sahu
11 Jan 2022 5:09 PM GMT
निलंबित थानेदार ने थाने में लगाई फांसी, परिजनों ने की CBI जांच की मांग
x
झारखंड पुलिस के सब-इंस्पेक्टर सह पलामू जिले के नावा बाजार थाना के निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की देर रात आत्महत्या कर ली।

झारखंड पुलिस के सब-इंस्पेक्टर सह पलामू जिले के नावा बाजार थाना के निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की देर रात आत्महत्या कर ली। नावा बाजार थाना भवन स्थित अपने कमरे में वह मफलर का फंदा बनाकर पंखे से झूल गए। सुबह जब चाय के लिए उनका दरवाजा खटखटाया गया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो सामने पंखे से वे लटके मिले। वरीय पुलिस अधिकारियों को तत्काल इसकी जानकारी दी गई। दिवंगत एसआई साहेबगंज के रहनेवाले थे। उनके परिजन मंगलवार शाम तक पलामू नहीं पहुंचे थे।

एएसपी सह एसडीपीओ के विजय शंकर ने पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा है कि प्रारंभिक जांच में मामला बुडमू मालखाने के चार्ज से उत्पन्न तनाव का सामने आया है। गहन जांच अभी जारी है। बुड़मू थाना मालखाने के चार्ज हस्तांतरण की प्रक्रिया के क्रम में सोमवार की देर शाम लालजी यादव नावाबाजार थाना लौटे थे। नावा बाजार में तैनाती के पहले वह बुड़मू थाना के प्रभारी थे।

पांच दिन पहले हुए थे निलंबित
पांच दिन पहले 6 जनवरी को सब-इंस्पेक्टर लालजी यादव को जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन की शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने निलंबित कर दिया था। स्टोन छरी लदा जब्त वाहन कब्जे में लेने से इनकार कर देने की शिकायत डीटीओ ने की थी। विश्रामपुर के एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने इस मामले की जांच की थी। जांच के बाद दारोगा लालजी यादव को निलंबित कर दिया गया था। नावाबाजार थाने में नए थाना प्रभारी को पदस्थापित भी कर दिया गया है। निलंबन के बाद लालजी यादव रांची स्थित बुढ़मू थाने के मालखाना का प्रभार देने रांची गए थे। घटना की सूचना पर डीआईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी चंदन कुमार सिन्हा, मेदिनीनगर के एएसपी सह एसडीपीओ के विजय शंकर, विश्रामपुर के एसडीपीओ सुरजीत कुमार सिन्हा आदि नावा बाजार थाना पहुंचे।आठ घंटे से सड़क जाम
दूसरी तरफ घटना के विरोध में नावाबाजार के ग्रामीणों ने एनएच-139 (मेदिनीनगर-औरंगाबाद मार्ग) को जाम कर दिया है। सुबह करीब नौ बजे से सड़क जाम कर रहे लोग शाम सात बजे तक जमे हुए थे। आक्रोशित ग्रामीण एसआई की मौत के लिए उच्चाधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर कार्रवाई और घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। मेदिनीनगर सदर के एसडीएम राजेश साह ने जाम करने वालों को एनएच से हटने का कई बार अनुरोध किया पर लोग नहीं माने।
पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा कि बुड़मू थाने के मालखाने से संबंधित कुछ सामान नहीं मिलने के कारण एसआई लालजी यादव परेशान थे। उन्होंने इसे लेकर अपने बैचमेट से भी चर्चा की है।


Next Story