राँची न्यूज़: शहर में पार्षदों का काम अब सुपरवाइजर करेंगे. पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद वार्ड की समस्याओं और चल रहे कार्यों की मॉनिटरिंग सही तरीके से नहीं हो रही थी. इसे देखते हुए निगम ने वार्ड की सफाई के साथ-साथ नाली, स्ट्रीट लाइट, पेयजल संकट, फॉगिंग एवं अन्य कार्य सुपरवाइजरों के जिम्मे कर दिया है.
पार्षदों का कार्यकाल 28 अप्रैल को समाप्त होने के बाद लोगों को इन समस्याओं को लेकर परेशानी हो रही है. नगर निगम में इसकी शिकायत भी लोग कर रहे थे. इसके बाद निगम ने सुपरवाइजरों के काम का दायरा बढ़ाया है. इसके साथ ही निगम ने वार्डों में हो रहे कामों की मॉनिटरिंग के लिए वार्ड-वार नगर अभियान प्रबंधक, नगर प्रबंधक एवं वरीय प्रभारी की भी प्रतिनियुक्ति की है. इसके अलावा नगर अभियान प्रबंधक और नगर प्रबंधक को प्रतिदिन आवंटित कार्यों का निरीक्षण करने को कहा गया है. इसे लेकर उन्हें विशेष निर्देश दिया गया है. साथ ही हर तीन दिन में निरीक्षण प्रतिवेदन भी निगम के कंट्रोल रूम में जमा करने को कहा है.
डोर-टू-डोर कूड़े का उठाव नहीं होने की अधिक शिकायत
रांची नगर निगम के कंट्रोल रूम में फिलहाल डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव नहीं होने को लेकर सबसे अधिक शिकायतें आ रही हैं. कंट्रोल रूम में आने वाली हर तीन शिकायतों में एक या दो शिकायत कूड़ा उठाव की आ रही हैं. इसके अलावा वाटर लीकेज, जलापूर्ति नहीं होने, नालियों की सफाई, स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायतें सबसे अधिक आ रही हैं.
सुपरवाइजरों को क्या दिए गए हैं काम
● वार्डों में निशुल्क जलापूर्ति सुनिश्चित कराना
● आवंटित वार्ड में स्ट्रीट लाईट का पर्यवेक्षण
● डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्शन, रोड की सफाई सुनिश्चित करवाना
● वार्ड में कर्मियों की उपस्थिति/वास्तविक उपस्थिति की जांच करना
पार्षदों का क्या था काम:
पार्षद अपने वार्ड में सफाई व्यवस्था की देखरेख के साथ जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, पेयजल सुविधा समेत अन्य काम देखते थे. लेकिन अब इन कामों के लिए लोगों को निगम के कंट्रोल रूम में शिकायत करनी पड़ रही है.
निगम के सुपरवाईजर साफ-सफाई के साथ-साथ स्ट्रीट लाईट, निशुल्क पेयजलापूर्ति, नालियों के टूटे स्लैब, अतिक्रमण, पेड़ों की छंटाई आदि का काम देखेंगे. यानी वे मल्टीपरपस सुपरवाईजर के तौर पर काम करेंगे.
-शीतल कुमारी, सहायक नगर आयुक्त, रांची नगर निगम