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छात्र संघ का चुनाव विद्यार्थियों के लिए अहम होता है. जब इसकी घोषणा होती है तो कॉलेज में एक अलग ही माहौल होता है. इस पर चर्चा शुरू हो जाती है. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस पर कोई चर्चा नहीं हो पा रही है. इसकी वजह है छात्र संघ का चुनाव नहीं होना. इसे लेकर विद्यार्थियों में रोष है.
आजसू रामगढ़ जिला अध्यक्ष दिलीप दांगी ने कहा कि वर्तमान में छात्र संघ का चुनाव नहीं होने से विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसका असर कॉलेज की आंतरिक व्यवस्था पर पड़ता है. जब चुनाव ही नहीं होगा तो विद्यार्थियों की समस्या को कौन उठाएगा. इससे उनकी बैठकें नहीं होंगी. वे समस्याओं पर चर्चा नहीं कर सकेंगे. दांगी ने कहा कि कॉलेज में कई तरह की समस्याएं होती हैं. विद्यार्थियों की फीस माफ का मामला हो या सेशन का हो या कॉलेज की सुविधाओं का हो, इसे छात्र नेता के जरिये उठाया जाता है. तब प्रबंधन तक बात पहुंचायी जाती है. अगर बात नहीं सुनी जाती है तब छात्र आंदोलन की राह पर चलते हैं. यह सब नेता के नेतृत्व में होता है.
भाजपा के सक्रिय सदस्य राजेश ठाकुर ने कहा कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय में लंबे समय से छात्र संघ का चुनाव नहीं होना छात्र के अधिकारों का हनन है. वाइस चांसलर लंबे समय से विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में चुनाव नहीं करा रहे हैं. 2017-18 के बाद से चुनाव रुका हुआ है. इसका सीधा असर कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों पर पड़ रहा है. राजेश ठाकुर ने कहा की डी लिंगदोह कमेटी के नियमावली के अनुसार प्रत्येक सत्र में चुनाव कराना अनिवार्य है. राज्य की सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन चुनाव करवाने में असमर्थ व असहाय है. राजेश ठाकुर ने छात्र हित को देखते हुए जल्द चुनाव कराने की मांग की. ताकि छात्रों को नेतृत्व करने का मौका मिले.
Source: lagatar.in
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