झारखंड

असिस्टेंट इंजीनियर परीक्षा का इंटरव्यू कैंसल हो जाने के बाद JPSC कार्यालय के सामने अभ्यर्थियों का जोरदार प्रदर्शन

Gulabi Jagat
8 Jun 2022 6:45 AM GMT
असिस्टेंट इंजीनियर परीक्षा का इंटरव्यू कैंसल हो जाने के बाद JPSC कार्यालय के सामने अभ्यर्थियों का जोरदार प्रदर्शन
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JPSC कार्यालय के सामने अभ्यर्थियों का जोरदार प्रदर्शन
रांची। JPSC News असिस्टेंट इंजीनियर परीक्षा का इंटरव्यू कैंसल हो जाने के बाद जेपीएससी कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने जमा होकर प्रदर्शन किया। सभी अभ्यर्थी इंटरव्यू कैंसल किए जाने का विरोध कर रहे थे। विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि झारखंड में अमूमन सभी परीक्षाओं का यही हाल होता है। पहले परीक्षा होती है फिर मामला कोर्ट पहुंचता है और फिर नियुक्ति प्रक्रिया कैंसल हो जाती है। जेपीएससी की ओर से संयुक्त सहायक अभियंता और असैनिक यांत्रिक सीधी भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा के कागजात सत्यापन और साक्षात्कार को लेकर तिथि निर्धारित की थी। लेकिन इंटरव्यू स्थगित कर किया गया है।
इसे लेकर सोमवार को आयोग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस नियुक्ति के विरोध में झारखंड हाईकोर्ट में चल रहे मामले पर कार्रवाई के मद्देनजर अगले आदेश तक के लिए इस नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है। जेपीएससी की ओर से आयोजित संयुक्त सहायक अभियंता परीक्षा में पदों की तुलना में ढ़ाई गुना अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में बुलाने की मांग की गई है।
इस परीक्षा का परिणाम पिछले महीने ही प्रकाशित किया गया था. साक्षात्कार और कागजात वेरिफिकेशन के लिए ढ़ाई गुना जेपीएससी ने अभ्यर्थियों को आमंत्रित भी किया था। बता दें कि 4 साल से नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो पाई है। 2019 से मामला पेंडिंग है। कम से कम इस परीक्षा में पेपर लीक या फिर अन्य कोई परेशानी नहीं है। 50 प्रतिशत से अधिक अभ्यर्थियों का इंटरव्यू हो चुका है। इसके बाद भी याचिका देकर हाईकोर्ट से नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। जो कि किसी भी लिहाज से उचित नहीं है।
1056 पदों के लिए सिर्फ 542 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि कुछ असफल अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी का हवाला देकर याचिका दायर की है। कहना है कि जनजातियों और मूल वासियों के हितों को ध्यान में रखकर दोबारा परीक्षाफल प्रकाशित किया जाए। अधिसूचना याचिका दायर करने वाले अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि संयुक्त सहायक अभियंता पद के लिए अनुसूचित जनजाति के कुल 128 पद हैं। लेकिन उन पदों पर भर्ती के लिए एक सौ से भी कम अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। वहीं 1056 पदों के लिए सिर्फ 542 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। इससे यह परीक्षाफल त्रुटिपूर्ण है।
हाईकोर्ट के निर्देश पर जेपीएससी ने कागजात वेरिफिकेशन और साक्षात्कार को फिलहाल स्थगित कर दिया है। बताया गया कि बार बार याचिका वही लोग दे रहे हैं जिनका प्रमोशन पेंडिंग है। यदि हमारी नियुक्ति हो जाएगी तो इनका प्रमोशन रुक जाएगा। लिहाजा, बार बार कोर्ट की शरण में जाकर किसी न किसी बहाने परीक्षा को रोककर रखा जा रहा है। सभी अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले चार वर्षों से लंबित इस नियुक्ति प्रक्रिया में टालमटोल की नीति न अपनाई जाए। आज हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई होगी। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि संयुक्त सहायक अभियंताओं की नियुक्ति कब तक होगी।
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