झारखंड
रामगढ़ के इस स्कूल में अब भी मनमानी, हाथ जोड़कर नहीं, बांधकर प्रार्थना
Renuka Sahu
19 July 2022 2:38 AM GMT

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फाइल फोटो
रामगढ़ जिला के दुलमी प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय जरियो के बच्चे सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन करते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रामगढ़ जिला के दुलमी प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय जरियो (उर्दू) के बच्चे सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन करते हैं। बच्चे हाथ जोड़कर नहीं हाथ बांधकर प्रार्थनाकरते हैं।
इस संबंध में प्रधानाध्यापक राज कुमार किशोरिया ने बताया कि 2019 में इस विद्यालय का पदभार लिया हूं। तब से लेकर आज तक हाथ बांधकर और बदला हुआ प्रार्थना गाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले से यही प्रार्थना होते चला आ रहा है। हमने आजतक कभी भी प्रार्थना में बदलाव नहीं किया है।
प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में कुल 304 छात्रों की उपस्थिति हुई है। इसमें 55 छात्र हिन्दू समुदाय से आते हैं। बाकी सभी मुस्लिम वर्ग से आते हैं। हिन्दू बच्चे प्रार्थना के समय हाथ बांधे मौन खड़े रहते हैं। जबकि मुस्लिम बच्चे प्रार्थना को दोहराते हैं। पूरे झारखंड के सरकारी स्कूलों में तू ही राम, तू ही रहीम प्रार्थना की अनुमति है। लेकिन कुछ लोग मनमानी कर रहे हैं।
डोकाबेड़ा में हाथ जोड़कर प्रार्थना करने लगे बच्चे
हजारीबाग जिला अंतर्गत डाड़ी प्रखंड में डोकाबेड़ा स्कूल के बच्चों ने अब हाथ जोड़कर प्रार्थना शुरू की। बीईओ के निरीक्षण के बाद सोमवार से इस व्यवस्था को लागू किया गया। कई वर्षों से यहां के बच्चे हाथ मोड़कर प्रार्थना किया करते थे। हिंदुस्तान में इस बाबत खबर छपने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और बच्चों को हाथ जोड़कर प्रार्थना करने का निर्देश दिया। डाड़ी प्रखंड के बीईओ चंद्रशेखर भारती ने सोमवार को नव प्राथमिक विद्यालय डोकाबेड़ा में बच्चों के हाथ बांधकर प्रार्थना करने के मामले की जांच की। बीईओ के साथ में बीपीओ अरुण कुमार थे। चंद्रशेखर भारती ने कहा कि हिन्दुस्तान अखबार में डोकाबेड़ा में स्कूल में हाथ बांधकर प्रार्थना किए जाने की प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेते हुए बीडीओ संतोष गुप्ता के निर्देश पर स्कूल में जांच करने गए थे। वहां सभी बच्चे हाथ जोड़कर तू ही राम है, तू ही रहीम है... प्रार्थना करते हुए पाए गए। उन्होंने कहा कि इसके बाद विद्यालय के सभी शिक्षकों से मामले की पूछताछ की गई। साथ ही तीनों शिक्षक से लिखित लिया गया है कि प्रार्थना सरकारी गाइडलाइन के तहत होगी।
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