
Ramgarh: झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार सुखाड़ और अकाल झेलने को मजबूर राज्य के किसानों की चिंता छोड़ अपनी कुर्सी और सरकार बचाने में व्यस्त है. प्रदेश भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और रामगढ़ जिले के सांसद प्रतिनिधि रणंजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने यह आरोप लगाया है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होनें जिले के कई स्थानों के भ्रमण और किसानों की वर्तमान स्थिति के हवाले से बताया कि एक तरफ किसान मौसम की मार झेल रहे हैं तो दूसरी तरफ बैंकों की मनमानी से किसानों की फसलों का फसल बीमा नहीं हो रहा है. प्रधानमंत्री के द्वारा गरीब किसानों के लिए फसल बीमा एक संजीवनी के समान है. फसल बीमा के तहत अधिसूचित फसल की बीमा वाणिज्यिक दर पर करवा कर सूखा, प्राकृतिक आपदा या अत्यधिक बारिश या अन्य वजहों से किसानों के हुए नुकसान को सरकार उनकी फसल की कीमत से डेढ़ गुना ज्यादा का भुगतान करती है. ऐसे में झारखंड में भी अब जब कम बारिश के कारण यहां भी किसानों को काफ़ी नुकसान होने की आशंका है तो इसकी भरपाई के लिए राज्य को सुखाड़ घोषित करना चाहिए ताकि किसानो को फसल बीमा की राशि मिलने का मार्ग प्रशस्त हो.
सोर्स- News Wing
