धनबाद न्यूज़: झरिया कोयलांचल के अग्नि प्रभावित अति खतरनाक क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को दिसंबर माह तक शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सभी आवश्यक उपाय अपनाने की बात भी कही गई है. कोयला सचिव हिटलर सिंह ने यह निर्देश जारी किया. दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की बैठक हुई. इसमें झरिया के मास्टर प्लान तथा झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार के कार्यों की समीक्षा की गई. ऑनलाइन बैठक में डीसी संदीप सिंह तथा बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता सहित झरिया मास्टर प्लान के जुड़े आला अधिकारी मौजूद थे. बैठक के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अति खतरनाक क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों के जल्द पुनर्वास पर विशेष जोर दिया गया. मालूम हो कि झरिया कोयलांचल में 595 अग्नि प्रभावित क्षेत्र हैं. इनमें से 70 स्थानों को अति खतरनाक क्षेत्रों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. इन स्थानों पर नौ हजार से भी अधिक कब्जाधारी रहते हैं. झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार (जरेडा) के आंकड़ों के अनुसार 19 सौ से भी अधिक रैयत (जमीन के मालिक) तथा 600 से अधिक बीसीसीएलकर्मी इन क्षेत्रों में रहते हैं. पहले चरण में इन क्षेत्रों के लोगों को ही
शिफ्ट करना है. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बीसीसीएल के 53 लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है. तीन महीने में शेष लोग भी शिफ्ट कर दिए जाएंगे. जरेडा ने किया बजट प्रस्तुत
बैठक में जरेडा की ओर से 385 करोड़ का बजट भी प्रस्तुत किया. अधिकारियों ने बताया कि जरेडा को यह राशि तत्काल मिले तो काम में तेजी आएगी. जरेडा के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि बेलगड़िया में पुनर्वास के लिए आवास निर्माण कराया जा रहा है. 15 हजार आवासों का निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा. इसके बाद शिफ्टिंग में तेजी आएगी.
तीन महीने में संशोधित मास्टर प्लान किया जाएगा तैयार
बैठक में झरिया पुनर्वास के संशोधित मास्टर प्लान पर भी चर्चा की गई. तय हुआ कि तीन माह के अंदर संशोधित मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी जाएगी.