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झारखंड के खूंटी के एसडीएम सैयद रियाज अहमद ने अपना आवास दिखाने के बहाने बुलाकर आईआईटी की छात्रा से छेड़छाड़ की थी
झारखंड के खूंटी के एसडीएम सैयद रियाज अहमद ने अपना आवास दिखाने के बहाने बुलाकर आईआईटी की छात्रा से छेड़छाड़ की थी। यह घटना पिछले दो जुलाई की है। इसी मामले में छात्रा की शिकायत पर मंगलवार को पुलिस ने एसडीएम को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एसडीएम सैयद रियाज अहमद मूल रूप से महाराष्ट्र के नासिक के रहने वाले हैं। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के अनुसार 12वीं में फेल हो चुके सैयद रियाज अपने पांचवें प्रयास में 2019 में आईएएस बनने में सफल रहे।
यूपीएससी में सफल होने के बाद मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में रियाज ने बताया था कि उनके माता-पिता ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। सैयद के पिता सरकारी विभाग में फोर्थ ग्रेड स्टाफ थे। साथ ही वे परिवार के भरण-पोषण के लिए खेतों में काम किया करते थे। उनकी मां एक घरेलू महिला हैं। सैयद बचपन से ही पढ़ाई में काफी कमजोर थे। यहां तक कि 12वीं में वे फेल हो गए थे। जिसके बाद उनके शिक्षक ने उन्हें उनके पिता के सामने ही जीरो कह दिया था। हालांकि उस वक्त सैयद के पिता ने टीचर को यह भरोसा दिलाया था कि उनका बेटा जीवन में आगे चलकर बहुत बड़ा काम करेगा। बाद में कड़ी मेहनत से सैयद ने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की।
राज्य में चर्चा का विषय बनी एसडीएम की गिरफ्तारी
खूंटी जिले में मगलवार को दोपहर से ही सोशल मीडिया पर एसडीएम की खबरें छाई रही। जैसे ही सैयद रियाज अहमद पर लगे यौन उत्पीड़न से जुड़ी सूचनात्मक खबरें आने लगी, राज्य भर में यह चर्चा का विषय बन गया। एसडीएम को रात में ही पुलिस कस्टडी में लेकर खूंटी थाना ले आई थी। एसपी अमन कुमार भी थाने में कैंप कर रहे थे।
खूंटी और रांची के दर्जनों पत्रकार थाना के सामने जमे थे। हालाकि सुबह 11:20 बजे एसपी ने पत्रकारों से बातचीत कर मामले की पुष्टि कर दी थी। इसके बाद जिला समेत राज्य भर में लोग मामले की जानकारी लेते देखे गए।
करतेहुए कहा था कि अभी जांच चल रही है। इसके बाद भी पत्रकार थाने में जमे रहे। और इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर खबरें अपडेट हुईं। खूंटी जिले के अधिकारी, नेता, आम जनता सभी पूरे मामले की जानकारी लेना चाहते थे। हर चौक-चौराहों पर एसडीएम सैयद रियाज अहमद के घटना पर चर्चा हो रही थी।
पत्रकारों ने जब एसडीएम का पक्ष जानना चाहा, तो एसपी ने कहा कि अभी जांच चल रही है। तकरीबन 4 बजकर 29 मिनट में कड़ी सुरक्षा के बीच मजिस्ट्रेट के सामने पेशी और मेडिकल जांच के लिए सैयद रियाज अहमद को थाने से ले जाया गया। लेकिन सदर अस्पताल के दोनों मेनगेट बंद थे और सीआरपीएफ के जवानों का वहां पहरा था। यही स्थिति व्यवहार न्यायालय परिसर में भी था। सैयद को न्यायालय से जेल भेज दिया गया, लेकिन पत्रकार उनका पक्ष नहीं ले सके।
Rani Sahu
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