जमशेदपुर: शंकोसाई के खड़िया बस्ती निवासी अविनाश कुमार ने मानगो के महिमा डायग्नोस्टिक सेंटर पर डेंगू की गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है. इस संबंध में उन्होंने मानगो थाने में मौखिक शिकायत की है. अविनाश का कहना है कि डेंगू की गलत रिपोर्ट के कारण इलाज गलत हुआ और मरीज की मौत हो गई.
अविनाश ने बताया कि उनकी बड़ी बहन प्रियंका (30) की तबियत खराब हो गई थी. 14 सितंबर को डॉक्टर से इलाज करवाया, जहां डेंगू जांच कराने को कहा गया. डॉक्टर के क्लीनिक में ही महिमा डायग्नोस्टिक सेंटर का कर्मी आकर ब्लड सैंपल लिया. दूसरे दिन रिपोर्ट आई तो उसमें प्लेटलेट्स एक लाख 17 हजार और डेंगू पॉजिटिव निकला. डॉक्टर ने रिपोर्ट के आधार पर डेंगू का इलाज शुरू कर दिया, लेकिन 15 सितंबर को बहन की हालत बिगड़ गई. आनन-फानन में मरीज को टीएमएच में भर्ती कराया गया, जहां कुछ घंटे बाद इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई. परिजन शव लेकर घर चले गए और उनका दाह-संस्कार कर दिया गया. मरीज का मेडिक्लेम था, इस कारण अविनाश जांच संबंधी कागजात लेने पैथोलॉजी पहुंचे, जहां रजिस्टर में प्रियंका का प्लेटलेट्स एक लाख 3 हजार अंकित था.
इस पर अविनाश ने रिपोर्ट में हेरफेर का आरोप लगाकर पैथोलॉजी में हंगामा शुरू कर दिया. आरोप है कि इस दौरान रजिस्टर में ओवरराइटिंग कर एक लाख 3 हजार को एक लाख 17 हजार बना दिया गया. मानगो पुलिस ने बताया कि मामले की मौखिक शिकायत मिली है. लिखित देने को कहा गया है, तब जांच की जाएगी.
पैथोलॉजी संचालक मनोज कुमार ने कहा कि मरीज की रिपोर्ट शत-प्रतिशत सही है. इसलिए हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं. सैंपल की जांच दक्ष कर्मी करते हैं और रिपोर्ट विशेषज्ञ चिकित्सक बनाते हैं. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं है.