झारखंड

बसों का रूट नहीं बदला वन वे सड़क कर रहीं जाम, जाम की जद में शहर

Admin Delhi 1
7 Feb 2023 12:39 PM GMT
बसों का रूट नहीं बदला वन वे सड़क कर रहीं जाम, जाम की जद में शहर
x

राँची न्यूज़: राजधानी के अंदर सबसे व्यस्त सड़क पर बन रहे फ्लाईओवर के कारण ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त है. बावजूद इसके शहर के इन व्यस्त रूटों के अंदर कॉमर्शियल बसों का परिचालन हो रहा है. शहर के अत्यंत व्यस्त सड़कों पर चल रही इन बसों के कारण जाम की समस्या बढ़ती ही जा रही है. शहर के बीच घनी आबादी से बसें वन वे रूटों पर बेधड़क चल रही हैं. इससे शहरवासियों को हर दिन पीक आवर में जाम का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई है.

ट्रैफिक व्यवस्था सुगम नहीं पहले रांची में छोटे-मोटे निर्माण कार्य के दौरान प्रशासन की ओर से ट्रैफिक बदलाव किया जाता रहा है. लेकिन इस बार लगभग आधे शहर में निर्माण कार्य हो रहा है. बावजूद इसके रांची की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया गया. जाम की स्थिति से निपटने के लिए खादगढ़ा बस स्टैंड से ही एसी बसों का परिचालन किया जा सकता है.

रोजाना निकलती हैं 125 बसें राजधानी के सबसे घनी आबादी के बीच एसी बस स्टैंड होने से स्थिति और खराब होती जा रही है. पुराने सरकारी बस डिपो से हर दिन करीब 125 बसों का परिचालन होता है. हर पांच से दस मिनट पर यहां से एसी बसें व्यस्त सड़कों से होकर निकलती हैं. केवल टाटा और हजारीबाग रूट की लगभग 75 से 80 बसें हैं. कांटाटोली, बहुबाजार और बसरटोली में वन वे नियम का पालन नहीं हो रहा. ऑटो और ई-रिक्शा धड़ल्ले से वन वे के विपरीत सवारी लेकर चल रहे हैं.

इन कारणों से लगता है जाम:

● सड़कों पर एक लाइन से कतारबद्ध कार पार्किंग

● सड़क के किनारे बड़ी संख्या में फुटपाथ व्यवसायी

● ठेला के साथ फल विक्रेता व अन्य छोटे दुकान

● ई-रिक्शा और ऑटो का ठहराव

● वन वे रूट में बड़े वाहनों की आवाजाही

एक लेन की सड़क से वन वे हटाया

गत कई वर्षों से जारी स्टेशन रोड पटेल चौक से लेकर ओवरब्रिज कडरू तक वन वे की व्यवस्था को हटा दिया गया है. यहां जाम से रेल यात्रियों को खामियाजा भुगतना पड़ता है. पटेल चौक से ओवरब्रिज एक लेन की सड़क है. इससे बसों के अलावा अन्य वाहनों की आवाजाही की छूट दे दी गई है. एक बस और एक छोटी कार का आमना-सामना हो जाए तो आवाजाही ठप हो जाती है.

स्कूली बसों को लेकर बनी थी व्यवस्था

राजधानी में जाम से निपटने के लिए प्रशासन ने स्कूली बसों के लिए नई व्यवस्था की थी, पर इस पर सार्थक ढंग से अमल नहीं किया गया. इसके तहत सभी स्कूलों के रूट को ध्यान में रखकर छुट्टी के समय में 20 से 30 मिनट का अंतराल रखा गया. जिससे शहर को कुछ दिनों के लिए दोपहर में जाम से निजात मिली, लेकिन कुछ दिन बाद ही व्यवस्था बेपटरी हो गई.

Next Story