राँची न्यूज़: एनटीपीसी नॉर्थ कर्णपुरा सुपर थर्मल पावर प्लांट से बिजली का नियमित उत्पादन मार्च तक शुरू होने की उम्मीद है. विभिन्न मुद्दों को लेकर रैयतों के विरोध के कारण केनेडारी स्थित कोल ब्लॉक से नहीं हो पा रही कोयले की ढुलाई अब शुरू हो गई है. कोयले का पर्याप्त स्टॉक हो जाने के बाद चतरा स्थित एनटीपीसी के इस प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू होगा और इसके साथ ही झारखंड को 150 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी. पूर्व में एक फरवरी से झारखंड को बिजली मिलनी थी.
एनटीपीसी प्रबंधन के अनुसार 660 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर एक का काम पूरा हो गया है. मार्च में बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि ट्रायल रन सफल रहा है. अब बिजली का वाणिज्यिक आपूर्ति प्रारंभ करना है. बिजली खरीद समझौते के तहत 660 मेगावाट में से झारखंड बिजली वितरण निगम को 150 मेगावाट बिजली मिलेगी. ज्ञात है कि 660 मेगावाट की तीन यूनिटों से कुल 1980 मेगावाट बिजली पैदा की जाएगी. चरणबद्ध तरीके से यूनिटों से उत्पादन होगा. एक यूनिट पूरी हो गई है.
राज्य को मिलने लगेगी गुणवत्तापूर्ण बिजली
झारखंड में बिजली की मांग 2200 से 2600 मेगावाट पहुंचती है. आमतौर पर 150 से 200 मेगावाट का अंतर मांग और आपूर्ति में बना रहता है. नॉर्थ कर्णपुरा से 150 मेगावाट बिजली मिलने पर झारखंड में गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति हो सकेगी और सुबह और शाम के व्यस्त समय के दौरान लोड शेडिंग में काफी सुधार देखने को मिलेगा.