धनबाद न्यूज़: जिला योजना एवं विकास विभाग (अर्थ एवं सांख्यिकी) की ओर से बच्चों का शत प्रतिशत जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने, और मृत्यु का निबंधन करने को लेकर 14 जुलाई से 14 अगस्त तक विशेष अभियान चलाया जाएगा. अभियान के सफल संचालन को लेकर उपायुक्त कार्यालय सभागार में उपायुक्त विजया जाधव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी , बाल विकास परियोजना पदाधिकारी इसमें वीसी से जुड़े.
उपायुक्त ने कहा कि लोगों में जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण और प्रमाण पत्र को लेकर जागरूकता की कमी है. जन्म एवं मृत्यु का शत-प्रतिशत पंजीकरण नहीं हो पा रहा है. सरकार ने राज्य में जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने को विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है. इस कार्य को सांख्यिकी, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग आपस में समन्वय बनाकर करेंगे. ग्रामीण और शहरी परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करें. कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते जिन बच्चों का जन्म पंजीकरण नहीं हो सका, वैसे बच्चों को चिह्नित करें. अभियान के पहले 15 दिनों में 5 वर्ष के बच्चों की सूची तैयार कर प्रखंड कार्यालय को समर्पित करना है.
इन जगहों से कराएं जन्म और मृत्यु का पंजीकरण
शहरी क्षेत्र में पंजीयन संबंधित नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत एवं अधिसूचित क्षेत्र समिति में कराया जा सकता है. चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं रेफरल अस्पताल में घटित घटनाओं का पंजीयन संबंधित अस्पताल में ही होगा. ग्रामीण क्षेत्र में पंजीयन ग्राम पंचायत में होता है. ग्राम पंचायत में कार्यरत चौकीदार, आंगनबाड़ी सेविका एवं साहिया के माध्यम से अथवा सीधे पंचायत सचिव को जन्म और मृत्यु की घटना की सूचना देकर पंजीयन कराया जा सकता है. बस, ट्रेन, हवाई जहाज, यान इत्यादि में जन्म या मृत्यु की घटना होने पर उसका रजिस्ट्रीकरण प्रथम विराम स्थान के अन्तर्गत आने वाली रजिस्ट्रीकरण इकाई में कराया जाना है.