झारखंड

रिम्स में रिएजेंट का टेंडर फिर रद्द, जारी रहेगी जांच की परेशानी

Admin Delhi 1
3 Jun 2023 9:24 AM GMT
रिम्स में रिएजेंट का टेंडर फिर रद्द, जारी रहेगी जांच की परेशानी
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राँची न्यूज़: रिम्स में मरीजों की जांच की परेशानी आने वाले पांच-छह महीने तक कम से कम जारी रहेगी. क्योंकि जांच में लगने वाले रिएजेंट पूरी तरह उपलब्ध नहीं हो पाएंगे. रिएजेंट उपलब्ध कराने के लिए निकाली गई निविदा रद्द कर दी गई है.

इस निविदा को इस साल जनवरी में ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन उस दौरान भी एक बार निविदा रद्द कर दी गई थी. अब दोबारा निविदा प्रक्रिया रद्द की गई है. इस निविदा के जरिए चयनित कंपनी को रिम्स में रिएजेंट उपलब्ध कराना था. इससे जांच व्यवस्था दुरुस्त होती. रिम्स में निदेशक ने प्रेस कांफ्रेस कर बताया था कि नई कंपनी के चयन के बाद निर्बाध रिएजेंट सप्लाई हो सकेगा और जांच में परेशानी नहीं होगी. अब फिर रिम्स के मरीजों को अधिकतर जांच के लिए बाहर के केंद्रों के भरोसे रहना होगा.

चेन छिनतई के आरोपी को रिम्स से छुट्टी, पूछताछ शुरू

जगन्नाथपुर थाने की पुलिस ने रिम्स से डिस्चार्ज हुए छिनतई के आरोपी सलमान को थाने ले आई. पुलिस आरोपी सलमान से पूछताछ कर रही है. शुरूआत पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उस पर नौ मामले दर्ज हैं. इसमें चोरी, लूट और छिनतई के मामले शामिल है.

उसने बताया कि वह शहर में बाइक से घूम-घूम कर छिनतई की वारदात को अंजाम देता है. गौरतलब हो कि आरोपी सलमान ने अपने साथी अरजन जफर के साथ मिलकर बीते को डिबडीह पुल के पास एक महिला से चेन की छिनतई की थी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भागने लगा. महिला का शोर सुनकर पीसीआर पांच ने दोनों आरोपियों का पीछा किया और कुछ ही दूर में उन्हें दबोच लिया. पुलिस से बचने के लिए आरोपी सलमान ने चेन को निगल लिया. तबियत बिगड़ने के बाद आरोपी को रिम्स में भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने उसे एक दवा दिया. जिसके बाद आरोपी के मलद्वार से चेन बाहर निकल गया. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.

इसी दौरान पुलिस ने आरोपी अरजन जफर को जेल भेज दिया था.

रिएजेंट की कमी से जांच प्रभावित

रिम्स में रिएजेंट की कमी के कारण अधिकतर जांच प्रभावित रहती है. पैथोलॉजी की 80 फीसदी से अधिक जांच हमेशा बंद रहती है. मरीजों को निजी एजेंसी के भरोसे ही रहना होता है. जांच के लिए दस से पंद्रह गुना तक भुगतान करना होता है. रिम्स प्रबंधन ने रिएजेंट के लिए टेंडर निकालने का हवाला देकर न्यू ट्रॉमा सेंटर के पैथोलॉजी लैब को पूरी तरह से बंद कर दिया है. इस लैब में मरीजों को न्यूनतम दरों पर जांच की सुविधा मिल रही थी.

न्यूरो सर्जन डॉ अनिल को दी गई विदाई

रिम्स के डीन और न्यूरो सर्जरी विभाग के पूर्व एचओडी डॉ अनिल कुमार रिम्स से सेवानिवृत्त हो गए. उन्हें फेयरवेल दिया गया. डॉ अनिल ने कहा कि उन्होंने 30 साल से अधिक समय न्यूरो सर्जरी में दिया है. प्रयास रहा कि कोई भी मरीज बिना इलाज के न लौट सके. विभाग के एचओडी डॉ सीबी सहाय ने कहा कि विभाग में आज जो भी सुविधाएं उपलब्ध हैं, सब उनके प्रयास से ही है. अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरुआ ने उन्हें शुभकामनाएं दी. डॉ अनिल ने रिम्स बतौर लेक्चरर 1997 में ज्वाइन किया था. जुलाई 2004 में न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी व नवंबर 2022 से रिम्स डीन के पद पर कार्यरत थे.

उन्होंने 2000 से अधिक ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी की.

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