झारखंड

रांची यूनिवर्सिटी ने खेल से जुडे़ दो कोर्स शुरू करने का फैसला लिया

Shantanu Roy
29 Nov 2021 7:38 AM GMT
रांची यूनिवर्सिटी ने खेल से जुडे़ दो कोर्स शुरू करने का फैसला लिया
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आरयू में बैचलर ऑफ फिजिकल एडुकेशन एंड मास्टर ऑफ फिजिकल एडुकेशन की पढ़ाई इसी सत्र से शुरू होने जा रही है. यह फैसला रांची विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों की मांग और राज्य की जरूरत को देखते हुए लिया गया है.

जनता से रिश्ता। आरयू में बैचलर ऑफ फिजिकल एडुकेशन एंड मास्टर ऑफ फिजिकल एडुकेशन की पढ़ाई इसी सत्र से शुरू होने जा रही है. यह फैसला रांची विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों की मांग और राज्य की जरूरत को देखते हुए लिया गया है. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के इस निर्णय को सराहा है.बता दें कि झारखंड में खेल संबंधित पठन-पाठन को लेकर किसी भी विश्वविद्यालय में कोई कोर्स संचालित नहीं किया जाता है. खेल के क्षेत्र में जुड़े विद्यार्थियों को इससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य सरकार की ओर से एक महत्वकांक्षी योजना के तहत खेल विश्वविद्यालय के गठन और स्थापना को लेकर एक योजना तैयार की गई थी. लेकिन यह योजना धरातल पर कब उतरेगी इसकी जानकारी ना तो राज्य सरकार के पास है और ना ही उनके किसी पदाधिकारी के पास. हालांकि पिछली सरकार में इस योजना को दो कदम जरूर बढ़ाया गया था. पूर्व की रघुवर सरकार और सीसीएल के बीच 2018 -19 में खेल विश्वविद्यालय के गठन को लेकर एक एमओयू हुआ था. राज्यपाल के पास इसे लेकर एक बजट भी भेजा गया था. राज्यपाल ने मंजूरी भी दे दी थी. लेकिन फिलहाल यह योजना भविष्य की गर्त में है.

इससे इतर राज्य के विद्यार्थियों की ओर से विभिन्न विश्वविद्यालयों से मांग की जा रही थी कि खेल से जुड़े अगर कोर्स झारखंड में शुरू हो जाएंगे तो यहां के विद्यार्थियों को बाहर राज्यों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा. खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए खेल से जुड़े किसी भी विश्वविद्यालय में कोई बेहतर कोर्स संचालित नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. खेल से संबंधित कोर्स करने के लिए उन्हें दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है .मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम का मिलेगा लाभ
हालांकि रांची विश्वविद्यालय ने ऐसे ही खिलाड़ियों और खेल से जुड़े लोगों की परेशानियों को देखते हुए इसी सत्र से बैचलर ऑफ फिजिकल एडुकेशन और मास्टर इन फिजिकल एडुकेशन की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है. विश्वविद्यालय की कुलपति कामिनी कुमार ने इस मामले को लेकर कहा है कि आरयू को खेल गांव स्थित स्टेडियम का लाभ मिलेगा और राज्य सरकार का खेल विभाग भी इस कोर्स को संचालित करने में रांची विश्वविद्यालय की मदद करेगा. यहां के विद्यार्थियों को अब इस कोर्स को करने के लिए अन्य राज्यों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा.

विद्यार्थियों ने सराहा

विश्वविद्यालय के इस फैसले के बाद छात्रों और खेल से जुड़े लोगों में खुशी है. विद्यार्थियों का कहना है कि अब यहां के विद्यार्थी अन्य राज्यों की ओर खेल से जुड़े कोर्स करने के लिए रुख नहीं करेंगे. बैचलर ऑफ फिजिकल एडुकेशन और मास्टर ऑफ फिजिकल एडुकेशन के जरिए विद्यार्थियों को खेल संबंधित कोर्स का विषय इससे मिल जाएगा और उनको खेल के साथ-साथ पठन पाठन करने में सामंजस्य स्थापित करने के लिए परेशानियां उठानी नहीं पड़ेगी. आरयू का यह फैसला मील का पत्थर साबित होगा.


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