Ranchi: राज्य में 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' हेमंत सरकार को बदलने का काम करेगी: हिमंत बिस्वा सरमा
रांची: असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड के भाजपा चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को बताया कि राज्य में 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' हेमंत सरकार को बदलने का काम करेगी।
दरअसल, झामुमो शासित झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में शुक्रवार से 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' की शुरुआत होने वाली है। इस दिन देश के गृह मंत्री अमित शाह साहिबगंज के भोगनाडीह पहुंचेंगे और कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
इसके बाद गिरिडीह के जमुना से 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' शुरू होगी। इस बीच हिमंत बिस्वा सरमा गुरुवार देर शाम कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' झारखंड में हेमंत सरकार को बदलने का काम करेगी।
बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर उन्होंने कहा, "आज देश के सभी बड़े आदिवासी नेता भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कर रहे हैं। अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, चंपई सोरेन जैसे बड़े आदिवासी नेता भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ सबसे बड़ी समस्या है। अगर 2014, 2019 और 2024 की मतदाता सूची को बारीकी से देखा जाए तो एक खास समुदाय के लोगों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा, झारखंड मुक्ति मोर्चा एक परिवार की पार्टी है न कि आदिवासियों के हित के बारे में सोचने वाली पार्टी है। इसलिए इस बार संथाल परगना का आदिवासी समाज भारतीय जनता पार्टी को भारी मतों से जिताने का काम करेगा।
'वन नेशन-वन इलेक्शन' का विपक्ष द्वारा विरोध किए जाने पर सरमा ने कहा, "आप ही सोचिए 100 दिन पहले झारखंड में चुनाव हो गया, 100 दिन बाद फिर से दोबारा चुनाव होना है। नवंबर तक अगर चुनाव होते हैं, तो फिर जनवरी-फरवरी तक पंचायत चुनाव होंगे। इसमें खर्चा भी गरीब के पैसे का होता है। अगर 'वन नेशन-वन इलेक्शन' होता है, उससे बढ़िया क्या बात हो सकती है। प्रधानमंत्री का विरोध करने के अलावा उनके पास कोई एजेंडा नहीं है।