राँची न्यूज़: झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं में दर्ज हुई 9.50 फीसदी वृद्धि को कम करना चुनौती बनी हुई है. सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से चिह्नित राज्य के ब्लैक स्पॉट पर यातायात नियमों की अनदेखी से यह चुनौती कई गुना बढ़ गई है. यातायात के 10 प्रमुख नियमों की अवहेलना के कारण चालान किए जाते हैं. इनमें प्रमुख रूप से बगैर ड्राइविंग लाइसेंस, ओवरस्पीड, रेड लाइट जंप, मोबाइल पर बात करते ड्राइविंग, रॉन्ग साइड ड्राइविंग, नशे में ड्राइविंग, बगैर हेलमेट और बिना सीट बेल्ट लगाए पकड़े जाने पर यातायात पुलिस सख्ती कर रही है.
लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा परिवहन विभाग की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार ओवरस्पीड और रेड लाइट का नियम तोड़ने में रांची के लोग सबसे आगे हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो बिना ड्राइविंग लाइसेंस के सबसे अधिक लोग पलामू में पकड़े गए. इस उल्लंघन के लिए पलामू में 1052 चालान काटे गए. दूसरे स्थान पर रांची 994 चालान, तीसरे पर गुमला 769, इसके बाद धनबाद 666, गोड्डा 627 फिर पाकुड़ में 519 चालान काटे गए. बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के सबसे कम लोहरदगा 20, देवघर 24 और साहिबगंज में 26 चालान काटे गए हैं. जमशेदपुर में 353 गढ़वा में 252 लातेहार में 229 हजारीबाग में 371 कोडरमा में 231 चतरा में 248 बोकारो में 268 चालान हुए हैं.
रांची में ओवरस्पीडिंग के सबसे अधिक मामले
ओवरस्पीडिंग में सर्वाधिक 850 चालान रांची में काटे गए हैं. दूसरे स्थान पर पलामू जहां 243 चालान काटे गए. हजारीबाग में 105 और जमशेदपुर में 96 चालान काटे गए. देवघर, सिमडेगा, कोडरमा और साहिबगंज में ओवरस्पीडिंग का एक भी मामला नहीं पकड़ा गया. चतरा में 64 लातेहार में 35, गोड्डा में 48, जामताड़ा में 17 पाकुड़ में 19, लोहरदगा में 23, रामगढ़ में 41 चालान ओवरस्पीडिंग के कारण हुए.
लाल बत्ती जंप करने में भी रांची सबसे आगे
अपनी जान के साथ सड़क पर चलने वाले दूसरे लोगों की जान जोखिम में डालकर रेडलाइट जंप करने की बड़ी गलती करने में रांची के लोग सबसे आगे हैं. यहां रेडलाइट जंप करने के सबसे अधिक चालान हुए हैं. अकेले रांची में 14195 चालान काटे गए हैं. इसके बाद जमशेदपुर में 17 लातेहार में चार व पाकुड़ में केवल दो चला रेड लाइट जंप करने के कारण काटे गए हैं. अन्य जिलों में एक भी मामला नहीं पकड़ा गया है.