झारखंड

Ranchi: विश्व एड्स दिवस पर संत जेवियर्स कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम

Tara Tandi
1 Dec 2024 1:42 PM GMT
Ranchi: विश्व एड्स दिवस पर संत जेवियर्स कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम
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Ranchi रांची : विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रविवार को संत जेवियर्स कॉलेज रांची में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक अबू इमरान शामिल हुए. कार्यक्रम में रेड रिबन क्लब के सदस्य, संत जेवियर कॉलेज के विद्यार्थियों एवं एनएसएस के सदस्यों के द्वारा स्वागत गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किए गए. साथ ही एड्स से बचाव को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. छात्र-छात्राओं के बीच क्विज कंपटीशन, पेंटिंग कंपटीशन इत्यादि का भी आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में असिस्टेंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ एसएस पासवान ने बताया कि 2002 में राज्य में एड्स कार्यक्रम की शुरुआत हुई है. वर्तमान में राज्य में 59 आईटीसी सेंटर कार्यरत है. जिसमें हाई रिस्क ग्रुप के मरीजों का टेस्ट किया जाता है. साथ ही जो मरीज पॉजिटिव पाए जाते हैं फिर उन्हें एआरटी सेंटर में भेजा जाता है, जहां उनका मुफ्त इलाज किया जाता है. राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड लो प्रीवैलेंस रेट के अंतर्गत आता है. जबकि झारखंड में हजारीबाग जिला हाई प्रीवैलेंस रेट के अंतर्गत आता है, जहां विभिन्न एनजीओ एवं कैंप इत्यादि के माध्यम से हाई रिस्क ग्रुप के लोगों का पहचान कर जागरूक किया जाता है और
टेस्टिंग की जाती है.
अभियान निदेशक अबु इमरान ने बताया कि एड्स एक संक्रामक एवं जानलेवा बीमारी है जिसका सही समय पर संपूर्ण जानकारी से ही बचाव एवं रोकथाम संभव है. वर्तमान में झारखंड में करीब 17000 एड्स के मरीज हैं. सरकार ने एचआईवी से पीड़ित मरीजों के लिए कई योजना शुरू की है. इसकी रोकथाम के लिए धार्मिक स्थान, बाजार, जेल इत्यादि स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है. जिन चीजों से एड्स का वायरस फैलता है उनसे बचने की जरूरत है. अनसेफ सेक्स प्रेक्टिस को रोकने की आवश्यकता है जो कि इसका एक प्रमुख कारण है. एड्स संक्रमित जो भी मरीज है उनसे लोगों को भेदभाव नहीं करना चाहिए साथ ही सहानुभूति रखनी चाहिए एवं अच्छा व्यवहार करना चाहिए. कार्यक्रम में सिविल सर्जन रांची डॉक्टर प्रभात कुमार, असिस्टेंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ एस एस पासवान, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अणिमा किस्कू, सत्यप्रकाश प्रसाद, रवि शंकर समेत विभाग के कई लोग शामिल हुए.
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