जमशेदपुर न्यूज़: टाटानगर रेलवे अस्पताल का निजी पैथोलॉजी से अनुबंध खत्म हो गया है. इससे रेलकर्मियों को अपने खर्चे से निजी पैथोलॉजी में खून, मुत्र व मल की जांच करानी पड़ती है, जबकि जांच में खर्च राशि रेलवे से वापस मिलने की भी उम्मीद नहीं है.
वहीं, रेलवे डॉक्टर की सुझाव पर जांच के लिए निजी पैथोलॉजी में जाने से समय भी बबार्द होता है. इधर, रेलवे अस्पताल में मौजूद सेमी ऑटो एनालाइजर मशीन से अभी पैथोलॉजी जांच नहीं होने का मामला सामने आया है. दक्षिण पूर्व जोन मेंस कांग्रेस के महासचिव शशि मिश्रा ने चक्रधरपुर मंडल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को ज्ञापन देकर रेलकर्मियों की जांच संबंधी समस्या से अवगत कराया और टाटानगर अस्पताल में सेमी ऑटो एनालाइजर मशीन से जल्द पैथोलॉजी जांच शुरू करने की मांग की. मेंस कांग्रेस नेता ने बताया सिर्फ किट खत्म होने पर सेमी ऑटो एनालाइजर मशीन से पैथोलॉजी में जांच नहीं हो रही है.
यात्रियों ने इस महीने इस तरह की शिकायतें दर्ज कराईं:
● इस्पात एक्सप्रेस के यात्री अरुण कुमार सिंह से सेकेंड क्लास वेटिंग हॉल के शौचालय में ज्यादा पैसा लिया गया.
● उदय प्रकाश सिंह ने बर्मामाइंस काउंटर की महिला बुकिंगकर्मी पर प्लेटफॉर्म टिकट नहीं देने का आरोप लगाया.
● स्वप्निल कुमार को कूपा अलॉट नहीं होने के कारण यात्रा में कुत्ते को साथ में ले जाने में दिक्कत हुई है.
● संजय मजूमदार को आजाद हिंद एक्सप्रेस लेट होने पर मेमो नहीं भेजने से टिकट रिफंड लेने में परेशानी हुई है.
● सौरव जैन को गीतांजलि में एसी टिकट होने के बावजूद फर्स्ट क्लास वेटिंग हॉल में बैठने का शुल्क देना पड़ा.