राँची न्यूज़: यात्री सुविधा के नाम पर रेलवे की ओर से करोड़ों के खर्च के बावजूद भी यात्रियों को गंदा बेडरोल और कॉकरोच आए दिन ट्रेनों में मिलता रहता है. ऐसा ही मामला आया.
मौर्य एक्सप्रेस में रांची से गोरखपुर सफर कर रहे एक यात्री ने रेलमंत्री को ट्वीट कर शिकायत की. यात्री थर्ड एसी के बी सेवेन में सफर कर रहा था. उसने शिकायत की, कि टिकट के बढ़ते मूल्य, लुप्त हो चुकी रियायत के बीच सुविधाओं का आलम नगण्य है. चादर इतनी गंदी है कि कोई मुफ्त में न ले. कोच के शौचालय का फ्लैश तक खराब है और बेसिन में पानी भी नहीं है.मौर्य एक्सप्रेस के यात्री के द्वारा रेलमंत्री को ट्वीट करने के 20 मिनट बाद कोच में रेलकर्मचारी पहुंच गए और गंदा बेडरोल को बदल दिया. रेल कर्मचारियों ने बताया कि शौचालय में जो समस्या है, उसका समाधान गोरखपुर में होगा. वहीं कोच मरम्मत का कार्य होता है. आपको रास्ते में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी.
रिम्स पर 10 हजार का लगाया हर्जाना
समय पर जवाब दाखिल नहीं करने पर हाईकोर्ट ने रिम्स पर दस हजार रुपए का हर्जाना लगाया है. साथ ही रिम्स को एक मई के पहले जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. रिम्स से जुड़े कई मामलों पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है.
हाईकोर्ट ने आउटसोर्स पर नियुक्ति समेत अन्य मामलों की एक साथ सुनवाई करते हुए रिम्स को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है, लेकिन रिम्स की ओर से अभी तक जवाब दाखिल नहीं किया गया है. इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए अदालत ने दस हजार का हर्जाना लगाया.
लगाते हुए एक मई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी.