झारखंड

गंभीर मामलों से जुड़े केस साबित नहीं कर पा रहा अभियोजन

Admin Delhi 1
15 March 2023 8:59 AM GMT
गंभीर मामलों से जुड़े केस साबित नहीं कर पा रहा अभियोजन
x

जमशेदपुर न्यूज़: हत्या, दुष्कर्म, जानलेवा हमलों, नक्सली हमलों जैसी गंभीर घटनाओं को अदालत में साबित करने में अभियोजन पक्ष नाकाम हो जा रहा है. इसका फायदा मामले में ट्रायल फेस कर रहे आरोपियों को मिल रहा है. सेशन कोर्ट ने फरवरी में करीब तीन दर्जन मुकदमों के आरोपी को संदेश का लाभ देते हुए बरी किया है. इसमें से कुछ मामले डेढ़ दशक पुराने हैं. वहीं, दो-तीन साल पुराने मामले को भी अदालत में साबित नहीं किया जा सका है.

पिछले महीने तीन नक्सली घटनाओं में शामिल कुख्यात नक्सली रहे कुंदन पाहन, बलराम साहू समेत आठ आरोपियों को अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी किया. इन मामलों के सभी गवाह पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही थे. लेकिन एक भी नहीं पहुंचा. इन सभी मामलों के अनुसंधान पदाधिकारी ने घटना को सही बताते हुए चार्जशीट अदालत को समर्पित की थी.

मुकदमों पर एक नजर:

थाना कांड संख्या हत्या/दुष्कर्म आरोपी बरी

बुड़म 68/16 हत्या चार

लापुंग 18/08 हत्या एक

ओरमांझी 115/19 हत्या चार

अरगोड़ा 94/ 20 दुष्कर्म एक

एससी/एसटी 21-20 दुष्कर्म एक

नगड़ी 30/22 दुष्कर्म एक

बेड़ो 78/19 पत्नी की हत्या एक

डोरंडा 198/11 दहेज हत्या दो

हिंदपीढ़ी 177/20 दुष्कर्म एक

मांडर 96/18 दुष्कर्म एक

तमाड़ 69/14 नक्सली हमला दो

बुंडू 97/ 12 नक्सली हमला दो

Next Story