टाटा स्टील में 4000 एनएस ग्रेडकर्मियों का रुका प्रमोशन, कर्मचारियों में हड़कंप
जमशेदपुर: टाटा स्टील में प्रमोशन के लिए नए प्रावधान के लाए जाने पर एनएस ग्रेड के कर्मचारियों में हड़कंप है। कॉमन वेज स्ट्रक्चर समझौता का छिपा एजेंडा अब सामने लगा है। प्रबंधन ने 1.0 पास कर चुके एनएस ग्रेड के कर्मचारियों के प्रमोशन के लिए ईसीबीएस 2.0 को उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया है। इस नए प्रावधान के लाने पर करीब 4000 एनएस ग्रेड के कर्मचारियों के प्रमोशन पर ग्रहण लग गया है। इस नए प्रावधान के विरोध में एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों ने सोमवार को यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी टुन्नू से मिलकर तत्काल ईसीबीएस 2.0 पर रोक लगाने का आग्रह किया। अध्यक्ष ने मामले पर बात करने के लिए प्रबंधन को मेल भेजा। सूत्रों का कहना है कि बुधवार को इस मुद्दे पर प्रबंधन के साथ इस मुद्दे पर वार्ता होगी। उन्होंने एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों को बुलाया है। बता दें कि टाटा स्टील में एनएस ग्रेड में 12 ग्रेड हैं, जिसे तीन-तीन ग्रेड में चार ब्लॉक में बांटा गया है। कमेटी मेंबरों का कहना है कि नया प्रावधान ओल्ड सीरीज के लिए लाया गया है।
● यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी से मिले कर्मचारी
● अध्यक्ष ने रोक लगाने को प्रबंधन को किया मेल
ईसीबीएस 1.0 कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद 2.0 का पेच: पहले ब्लॉक में एनएस-1 ग्रेड से एनएस-2 ग्रेड में प्रमोशन के लिए ईसीबीएस 1.0 कोर्स के तहत 50 अंक अनिवार्य होता था, जबकि एनएस-2 से एनएस-3 के लिए 75 अनिवार्य था। एनएस-3 से दूसरे ब्लॉक में जाने के लिए 75 अंक जरूरी था। फिर प्रत्येक ब्लॉक में प्रमोशन और दूसरे ब्लॉक में जाने के लिए यही प्रावधान लागू था। एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों के अनुसार, करीब 4 हजार एनएस ग्रेड के कर्मचारियों ने कॉमन वेज लागू होने से पहले ही 1.0 कोर्स पूरा कर लिया है। अब अब उन्हें भी 2.0 उत्तीर्ण करने के लिए कहा गया है।